महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की जल्दबाजी के पीछे की ये रही वजह

शनिवार सुबह बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की । उनके साथ ही एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली । ऐसे में खबर मिली कि शनिवार सुबह साढ़े पांच बजे महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटा दिया गया था। जिसके चंद घंटो बाद ही महाराष्ट्र में सरकार गठन हो गया । इससे राज्य में बड़ी हलचल मच गई । हर तरफ एक ही चर्चा, कि इतनी सुबह राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाने की क्या वजह रही ।

शानुवार सुबह केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक नोटिस में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का फैसला जारी किया गया । इसमें रामनाथ कोविंद ने आर्टिकल 356 के क्लॉज़ 2 के तहत राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाने का फैसला लिया । ऐसे में यह सवाल उठाया जा रहा है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल को इतनी जल्दबाज़ी में राष्ट्रपति शासन क्यों हटवाना पड़ा ।

गौरतलब है कि राज्य में किसी भी पार्टी द्वारा सरकार गठन नही किए जाने पर 12 नवंबर को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था । उस समय भी सभी पार्टियों का आरोप था कि उन्हें सरकार गठन के लिए समय नही दिया गया और जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया । ऐसी ही जल्दबाजी राष्ट्रपति शासन को हटाने में दिखी जब शनिवार सुबह साढ़े पांच बजे ये फैसला लिया गया । ऐसे में सवाल उठाया जा रहा है कि हर चीज़ आराम से करने वाले अधिकारियों पर ऐसी को सी मजबूरी आई कि उन्हें इतनी जल्दबाज़ी में ये प्रक्रिया पूरी करनी पड़ी ।

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