भारत चीन झड़प मसले पर विपक्ष ने पीएम मोदी पर साधा निशाना तो पीएम कार्यालय ने अब दी सफाई

भारत और चीन झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। इसके बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में 20 दलों को शामिल किया गया था। हालांकि इसमें आम आदमी पार्टी शामिल नहीं थी। इस बैठक के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हमारी ना हमारी जमीन पर कोई गुस्सा है, नहीं हमारा कोई पोस्ट कब्जे में है। इस बयान के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर फिर एक बार निशाना साधा। आज राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी के बयान पर कहा कि चीन के आक्रामक रवैया के सामने देश के पीएम ने सरेंडर कर दिया। जिसके बाद कांग्रेस ने भी पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। ऐसे में अब प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस बात पर सफाई दी है

सरकार ने पीएम के बयान को तोड़-मरोड़कर व्याख्या करने के प्रयास का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ने यह साफ कर दिया था कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) को बदलने के किसी भी प्रयास का भारत मजबूती से जवाब देगा। ऐसी चुनौतियों का भारतीय सेना पहले की अपेक्षा मजबूती से सामना करती है।

पीएमओ की ओर से कहा गया है कि सर्वदलीय बैठक में यह जानकारी भी दी गई कि इस बार चीनी सेना इस बार कहीं अधिक ताकत के साथ एलएसी पर आई। यह भी स्पष्ट रूप से कहा गया था कि 15 जून को गलवान में हिंसा हुई थी, क्योंकि चीनी सैनिक एलएसी पर संरचना खड़ा कर रहे थे और इस तरह के कार्य से रोकने पर मानने से इनकार कर दिया। प्रधानमंत्री के बयान 15 जून को गलवान में हुई घटना पर आधारित थे, जिसमें 20 सैनिकों की जान चली गई थी।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि ऐसे समय में, जब हमारे बहादुर सैनिक हमारी सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनका मनोबल कम करने के लिए अनावश्यक विवाद खड़ा किया जा रहा है। पीएम के बयान पर खड़े किए जा रहे विवाद को प्रोपेगैंडा बताते हुए सरकार ने कहा है कि इससे भारतीयों की एकजुटता को कम नहीं किया जा सकता।

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