आगामी सर्दी और त्योहारों के महीनों में लोग रहें सतर्कः डॉ. हर्ष वर्धन

नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने स्वास्थ्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में मध्य प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों के साथ आज वर्चुअल माध्यम से विचार-विमर्श किया।

मध्य प्रदेश में कोविड की स्थिति की देश की स्थिति के साथ तुलना करते हुए डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि इस समय भारत की रिकवरी दर 89 प्रतिशत है, जबकि मध्य प्रदेश की 90.55 प्रतिशत है । मध्य प्रदेश में मृत्यु दर 1.73 प्रतिशत है, जो कि राष्ट्रीय औसत से कुछ अधिक है। राज्य में मामलों की संख्या में कमी आने का उल्लेख करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने अपना पक्ष दोहराया कि कोविड के प्रसार पर नियंत्रण लाया जाना चाहिए, यह तभी संभव होगा यदि सभी लोग कोविड के बचाव के उपायों का पालन करें।

नागरिकों के बीच जागरूकता विकसित करने के जन-आंदोलन की शुरुआत के लिए डॉ. हर्ष वर्धन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। जन-आंदोलन के अंतर्गत सही तरीके से मास्क पहनने, आपस में दो गज की दूरी रखने और बार-बार हाथ धोना शामिल हैं। डॉ. हर्ष वर्धन ने राज्य के अधिकारियों से कहा कि आगामी सर्दी और त्योहारों के महीनों में सतर्क रहें। डॉ. हर्ष वर्धन ने भारत में कुल सक्रिय मामलों में मध्य प्रदेश में अब 2 प्रतिशत सक्रिय मामले रह जाने पर राज्य को बधाई दी। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, खरगोन और उज्जैन में कोरोना मामलों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। भोपाल और इंदौर में दैनिक मामलों की संख्या 200 से अधिक है, जबकि उज्जैन और सागर में मृत्यु दर शेष राज्य से अधिक है। केन्द्रीय मंत्री को बताया गया कि राज्य की पॉजिटिविटी दर 6.17 प्रतिशत है, जो कि राष्ट्रीय औसत से अधिक है। हालांकि राज्य में 50 प्रतिशत से अधिक जांच आरटी पीसीआर से की जा रही हैं।

राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने केन्द्रीय मंत्री को आगामी महीनों में कोविड को काबू पाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों से अवगत कराया। मनोरंजन पार्कों और मातृ वार्ड के लिए मानक प्रचालन प्रक्रिया जारी की गई है। वायरस पर कारगर रूप से काबू पाने के लिए सार्थक ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है। मूर्तियों के विसर्जन के समय 10 से कम लोग उपस्थित रहेंगे, जबकि पंडालों में लोगों की संख्या 100 तक सीमित की गई है। 15 अगस्त को सहयोग से सुरक्षा अभियान शुरू किया गया, जिसके अंतर्गत जागरूकता विकसित की जा रही है और कोरोना से बचाव के उपायों को जन-जन तक पहुंचाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारियों ने केन्द्रीय मंत्री को कोविड के वैक्सीन की डिलिवरी की लॉजिस्टिक्स को सुचारू बनाने के लिए उठाए गए कदमों से अवगत कराया। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र के निदेशक डॉ. सुजीत के. सिंह ने मध्य प्रदेश में कोविड की स्थिति की जानकारी दी और वहां के अधिकारियों से कहा कि वे इंफ्लुएंजा से सतर्क रहें, जिसके मामले सर्दियों में बढ़ जाते हैं। बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, मंत्रालय की अपर सचिव आरती आहूजा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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