Maharashtra में 18 तक टीकाकरण नहीं, Co-Win में हुई गड़बड़

कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत के मौके पर शनिवार को देश के जाने माने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन के टीके लगाए गए. टीका लगवाने वाले कई डॉक्टरों ने कहा कि उनका मकसद वैक्सीन को लेकर लोगों के भीतर व्याप्त डर को दूर करना है.

बीएमसी का दावा रहा कि पहले दिन टीकाकरण कार्यक्रम सुचारू रूप से चला, तो टीका लगवाने कुछ लोगों ने दावा किया कि उन्हें कुछ ही घंटे पहले वैक्सीन लगवाने की जानकारी दी गई।

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस टीकाकरण (Coronavirus Vaccination) कार्यक्रम सोमवार तक स्थगित कर दिया गया है. दरअसल कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम कोविन ऐप के जरिए चल रहा है, और शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने कहा कि कोविन ऐप (Co-WIN) में गड़बड़ी के चलते टीकाकरण कार्यक्रम 18 जनवरी तक रोक दिया गया है।

बृहन्नमुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा, “16 जनवरी को कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम के दौरान कोविन-ऐप में तकनीकी खामी देखने को मिली है. केंद्र सरकार की ओर से समस्या का समाधान करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, क्योंकि टीका लगवाने के लिए डिजिटल रजिस्ट्रेशन का होना अनिवार्य है.

समस्या को देखते हुए सरकार ने शनिवार को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की अनुमति दी. हालांकि सरकार ने निर्देश दिया है कि आगे से सभी एंट्री ऐप के जरिए की जाएंगी. तकनीकी खामी की वजह से टीकाकरण कार्यक्रम को सोमवार तक स्थगित कर दिया गया है. कोविन-ऐप की गड़बड़ी ठीक होने के बाद टीकाकरण कार्यक्रम दोबारा शुरू होगा।”

निगम संचालित सियान अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के डीन मोहन जोशी को सबसे पहले वैक्सीन का टीका लगाया गया. इसके बाद 42 अन्य डिपार्टमेंट के प्रमुख और एसोसिएट प्रोफेसरों को टीके लगाए गए. जोशी ने कहा, “”टीका सुरक्षित है और सभी स्वास्थ्य कर्मियों को टीका जरूर लगवाना चाहिए जिससे कि वायरस संक्रमण से सबका बचाव हो सके।

जोशी के साथी सहकर्मी डॉ. नीलकांत अवाद ने कहा, “ये मेरी जिंदगी का ऐतिहासिक दिन है. वैक्सीन के जरिए महामारी को काबू करने में मदद मिलेगी, लेकिन लोगों को सोशल डिस्टैंसिंग और मास्क पहनना जारी रखना होगा, ताकि ज्यादा बेहतर परिणाम मिल सके।”

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