एनआईए ने भीमा कोरेगांव एल्गार परिषद मामले में कि जांच, DU के प्रोफेसर हनी बाबू को किया गिरफ्तार

महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव एल्गार परिषद के मामले में एनआईए ने दिल्ली विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर हनी बाबू को गिरफ्तार किया है। हनी बाबू पर नक्सल और माओवादी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए प्रचार करने का आरोप लगा हुआ है। बता दें कि हनी बाबू को मुंबई की विशेष अदालत में पेश किया। हनी बाबू को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाना है।

वही आपको बता दें एनआईए उसे पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की कोशिश भी करने वाली है। एनआईए के एक आला अधिकारी के अनुसार बताया गया है कि इस मामले की जांच के दौरान तथ्य सामने आने पर हनी बाबू को गिरफ्तार किया गया। हनी बाबू दिल्ली विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं। वह दिल्ली से सटे गौतम बुध नगर में रह रहे थे।

यह मामला महाराष्ट्र के पुणे जिले के शनिवारवाड़ा में कबीर कला मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित एल्गार परिषद के दौरान लोगों को भड़काऊ भाषण देने के संबंध में पहले महाराष्ट्र पुलिस ने दर्ज किया था। आरोप है कि इस मंच से विभिन्न जाति समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने वाले बयान हुए और जिसके चलते हिंसा हुई जिसके परिणाम स्वरूप जान और माल की हानि हुई इस घटना के बाद महाराष्ट्र में राज्यव्यापी आंदोलन भी हुआ था।

आरंभिक जांच के दौरान यह पता चला था कि यह कार्यक्रम गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी के वरिष्ठ नेताओं ने कराया था और यह नेता लगातार एल्गार परिषद के आयोजकों के साथ संपर्क में थे। साथ ही इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के संपर्क में थे आरोप है कि इसके जरिए यह लोग अपनी विचारधारा का प्रचार प्रसार कर रहे थे।

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