एनसीआरबी: दिल्ली में 20 फीसदी बढ़ा अपराध, देश में तीन फीसदी

नई दिल्ली। तमाम कोशिशों के बाद भी साल-दर-साल अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। देश में जहां पिछले साल तीन फीसदी अपराध बढ़ा, वहीं राजधानी में यह आंकड़ा 20 फीसदी तक बढ़ गया। यह आंकड़ा नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो(एनसीआरबी) ने जारी किया है। एनसीआरबी ने वर्ष-2018 से तुलना करते हुए पिछले साल-2019 का यह आंकड़ा जारी किया है। चोरी में 25.7% फीसदी आंकड़ों के मुताबिक 2018 से 2019 तक दिल्ली में अपराधों में करीब 20% से अधिक की वृद्धि हुई। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इन अपराधों में से अधिकांश मामले चोरी के हैं। आंकड़ों के मुताबिक 290,000 से अधिक 82% दिल्ली में अपराध चोरी थे जिसमें 2018 से 2019 तक 25.7% की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं देश स्तर पर चोरी के आंकड़े 3.2 मिलियन अपराधों में से केवल 20% से थोड़ा अधिक है। इसमें चोरी के मामले 8% तक बढ़ गए हैं। प्रति एक लाख पर 1,233.6 अपराध दिल्ली के संदर्भ में चोरी की दर से अनुमान लगाया जा सकता है कि 2019 में प्रति एक लाख जनसंख्या पर अपराध की संख्या राजधानी में 1,233.6 थी। वहीं इस दौरान राष्ट्रीय चोरी की दर सिर्फ 50.5 थी। मामलों में बढ़ोतरी को लेकर दिल्ली पुलिस का तर्क यह है कि राजधानी में फ्री रजिस्ट्रेशन होने के कारण यहां ज्यादा मामले दर्ज होते हैं। इस कारण अपराध की दर को लेकर इसके आंकड़े तुलनात्मक तौर पर कुछ ज्यादा दिखाई देते हैं।
वाहन चोरी में 0.46% की मामूली गिरावट
इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि वाहन चोरी के मामले में राजधानी में लंबे समय के बाद 0.46% की मामूली गिरावट देखी गई है। जहां 2018 में 46,433 वाहन चोरी की सूचना दी गई थी, वहीं पिछले साल 46,215 वाहन चोरी के मामले दर्ज किए गए थे। हालांकि वाहन चोरी की घटनाओं को लेकर ऑनलाइन एफआईआर दर्ज की जाती है। दुष्कर्म में 3% बढ़ोतरी, हर सप्लाह 24 वहीं आंकड़े दिल्ली पुलिस को औसतन हर हफ्ते दुष्कर्म के 24 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं पिछले वर्ष से तुलना करें तो 2019 में बलात्कार के मामलों में 3% की वृद्धि हुई। हत्या में भी 1.5% की बढ़ोतरी दर्ज शहर में हत्याओं में मामूली वृद्धि दर्ज की गई जो 513 से 521 तक 1.5% हो गई। हालाँकि, लूटपाट में 20% तक की गिरावट देखी गई है। इसके अलावा भी कई अपराधों में कमी देखी गई है। बहरहाल पुलिस फिलहाल इस साल धर-पकड़ की कार्रवाई पर ज्यादा जोर दे रही है। इस कारण इस बार पीसीआर कॉल में भी अपेक्षाकृत कमी देखी जा रही है।

सालाना अपराध-2019——— 2018 हत्या ————-521———- 513 हत्या का प्रयास-487———- 529 अपहरण———5916——— 6082 बलात्कार——–1253——— 1215 छेड़छाड़———-2355———- 2705 कुल चोरी——245985——–195688 वाहन चोरी—–46215———-46433 सेंधमारी——- 3026———– 4147 लूटपाट——– 1956———– 2444 डकैती———- 15 ————-25 धोखाधड़ी——-4533———-4539
भारत में विदेशियों के खिलाफ सर्वाधिक अपराध दिल्ली में हुए दर्ज भारत में हुए विदेशियों के खिलाफ हुए कुल अपराध में सर्वाधिक अपराध दिल्ली मे हुए। विदेशियो के साथ होने वाली अपराध की घटनाओं का दिल्ली में 30.1 फीसदी मामले अकेले दिल्ली में दर्ज किए गए, जबकि 11.7 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है, वहीं, 11.2 फीसदी मामलों के साथ कर्नाटक इस मामले में तीसरे नंबर पर है। यह आंकड़ा 2019 के अपराधों को लेकर नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने जारी किए हैं। 2019 में कुल 409 अपराध विदेशियों के खिलाफ नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक 2019 में बलात्कार, हत्या और चोरी समेत कुल 409 आपराधिक मामले विदेशियों के खिलाफ दर्ज किए गए। जबकि 2018 में 517 और 2017 में 492 मामले दर्ज हुए थे। आंकड़े के मुताबिक, वर्ष के दौरान दिल्ली (123 मामले), महाराष्ट्र (48 मामले) और कर्नाटक (46 मामले) में कुल मामलों के 53 फीसदी माम ले दर्ज किए गए। सबसे अधिक 142 चोरी के मामले आंकड़ों में दर्शाया गया है कि 2019 में दर्ज 409 मामलों में से सबसे अधिक 142 मामले चोरी के, 54 आईपीसी के तहत अन्य अपराध, 41 ठगी, 26 मामले छेड़छाड़ या दुष्कर्म का विरोध करने के उद्देश्य से महिलाओं पर हमले, 14 चोट पहुंचाने के मामले दर्ज किए गए। एनसीआरबी ने बताया कि 2019 में हत्या के 13 मामले, बलात्कार के 12 और अपहरण के पांच मामले दर्ज किए गए। एनसीआरबी गृह मंत्रालय के तहत कार्य करता है।

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