जानिए क्यों करोड़ो खर्च होने के बाद भी पीने के पानी को तरस रहे ग्रामीण

आज़ादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी गांव कस्बागढ़ के ग्रामीण पीने के पानी को तरस रहे है। सरकार द्वारा ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर वाटर टैंक का निर्माण कराया गया लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते लोगो को पीने तक का पानी मयस्सर नही हो पा रहा।

दरसअल, हम।बात कर रहे है जनपद सहारनपुर की तहसील बेहट इलाके के गांव कस्बागढ़ की। ब्लॉक साढौली कदीम में पड़ने वाले गाँव कस्बागढ़ मे जल निगम द्वारा लतीफपुर भूड़ जोन 9 नाम से कुछ साल पहले करोड़ो रूपये खर्च कर वाटर टैंक का निर्माण कराया गया था। निर्माण के बाद वाटर टैंक विभाग के हैंडओवर कर दिया गया था।

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लेकिन पूरे गांव में पेयजल आपूर्ति नही हो पा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर कभी कभार पानी आता है बून्द-बून्द करके आता है। नल में पानी न आने की वजह से ग्रामीणों को पीने के पानी के साथ ही मवेशियों की प्यास बुझाने और कपड़े-बर्तन धोने व अन्य घरेलू काम के लिए पानी को तरसना पड़ रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि वे इस बारे में कई बार शिकायत कर चुके है लेकिन अधिकारी कागज़ों में ही उनकी समस्याओं का निस्तारण कर देते है। अब देखना ये होगा कि करोड़ो रूपये खर्च करने के बाद भी ग्रामीणों को पीने का पानी कब उपलब्ध होगा…? इस बारे में जलनिगम के अधिकारी कैमरे पर बोलने से इंकार कर दिया । हालांकि जल निगम के जेई सुरजीत कुमार से बात की गई कि उन्हें इस बारे में कोई शिकायत नही मिली है। फ़िर भी जानकारी कर ग्रामीणों की समस्या का निस्तारण कराया जाएगा।

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