भोपाल : मैं सौदेबाजी की राजनीति करता, तो यह उपचुनाव नहीं होते: कमलनाथ

भोपाल। मैंने प्रदेश की पहचान बदलने का काम किया। पहले प्रदेश की पहचान माफियाओं से, मिलावटखोरों से होती थी, मैंने उसको बदलने को लेकर काम किया, क्या यह मेरा गुनाह था? मैंने किसानों का कर्ज माफ किया, प्रदेश में निवेश लाने का काम किया, युवाओं को रोजगार देने का काम किया, सस्ती बिजली प्रदान की, पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया, गौशाला बनाने का काम किया, क्या यह मेरा गुनाह था? हां, मेरा गुनाह यह जरूर था कि मैंने सौदेबाजी नहीं करी। यदि मैं भी सौदे की राजनीति करता तो आज प्रदेश में यह उपचुनाव नहीं होते। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार को हाट पिपल्या में जनसभा को संबोधित करते हुए कही।

अपना हिसाब दें शिवराज, जनता फैसला कर लेगी

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बड़ा ही आश्चर्य है कि शिवराज सिंह अपने 15 वर्ष के शासनकाल का तो हिसाब नहीं देते, लेकिन वह मुझसे मेरी 15 माह की सरकार का हिसाब जरूर मांगते हैं। मुझे तो काम करने के लिए सिर्फ साढ़े 11 माह ही मिले। मैं शिवराज जी को खुली चुनौती देता हूं कि आ जाइये जनता के सामने, मैं मेरे साढ़े 11 माह का हिसाब जनता के सामने रख देता हूं, आप अपने 15 वर्ष के शासनकाल का हिसाब जनता के समक्ष रख दीजिए।

भाजपा ने प्रजातंत्र से खिलवाड़ किया

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि इस सभा में आई भीड़ सरकारी भीड़ नहीं हुई है, लाई हुई भीड़ नहीं है, यह तो अपनी मर्जी से आई हुई भीड़ है। शिवराज जी की सभाओं में अधिकारियों को भीड़ लाने के टारगेट दिए जाते हैं, आज बेचारे अधिकारी नौकरी बचाने के लिए शिवराज जी की सभाओं में भीड़ इकट्ठे कर रहे हैं। मैं आपको यह बताना नहीं चाहता हूं कि प्रदेश पर उपचुनावो का बोझ क्यों आया, यह आप सब भली भांति जानते हैं। चुनाव तो प्रजातंत्र का त्यौहार होता है क्या यह त्यौहार है? भाजपा ने प्रजातंत्र व संविधान के साथ खिलवाड़ किया। हमने वोटों से सरकार बनाई और इन्होंने नोटों से।

सभा के दौरान क्षेत्र के डेरिया साहू के किसानों ने पूर्व की शिवराज सरकार के समय से बकाया उनकी 4.5 करोड़ की प्याज की भावांतर राशि को दिलाने को लेकर कमलनाथ जी को ज्ञापन सौंपा। साथ ही इस अवसर पर मंच पर आकर किसानों ने अपनी कर्ज माफी के प्रमाण पत्र उपस्थित जनसमूह को दिखाए और सार्वजनिक रूप से बताया कि उनकी और उनके परिजनों की हजारों रुपए की कर्जमाफी कमलनाथ सरकार ने की है।

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