उद्योगों के लिए कोरोना से सुरक्षित कार्य स्थलों के लिए दिशा-निर्देश जारी

नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन और श्रम तथा रोजगार मंत्रालय के प्रभारी केन्द्रीय राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने आज उद्योगों के लिए कोरोना सुरक्षित कार्य स्थल दिशा-निर्देश पुस्तिका जारी की।

वर्चुअल समारोह में नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डॉ. वी.के. पॉल भी उपस्थित रहे। दिशा-निर्देश जारी किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि ये दिशा-निर्देश सराहनीय हैं और समय पर जारी किए गए हैं। इनसे औद्योगिक श्रमिकों के कल्याण में मदद मिलेगी। नियोक्ताओं और श्रमिकों के लिए व्यापक योजना से संबंधित ये दिशा-निर्देश हैं, ताकि किसी भी श्रमिक के कार्य स्थल के परिसर में कोविड-19 के जोखिम स्तर की पहचान और समुचित नियंत्रण उपायों को तय करने में इनके इस्तेमाल से सहायता मिलेगी। इन दिशा-निर्देशों से सांस संबंधी स्वच्छता, बार-बार हाथ धोने, सुरक्षित दूरी और कार्य स्थल को बार-बार सेनेटाइज करने जैसे संक्रमण नियंत्रण उपायों के आधार पर कार्य स्थल को सुरक्षित बनाने के सभी महत्वपूर्ण उपायों को एकीकृत कर एक कार्य योजना बनाई जा सकती है।

स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार श्रमिकों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है। देश इस समय आर्थिक गतिविधियों को अनलॉक करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि उद्योग के परिसर में दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए। वैज्ञानिक बचाव एहतियात और सकारात्मक रवैये से कोविड के खिलाफ जंग में सहायता मिलेगी। कोविड-19 के फैलाव से संबंधित विभिन्न कार्यों से जुड़े जोखिम में कमी लाने और उनके मूल्यांकन और श्रेणीकरण तथा आकास्मिक योजना के लिए इन दिशा-निर्देशों से मार्गदर्शन मिलेगा। कोरोना के खिलाफ भारत की जंग के बारे में डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि कोविड-19 के सभी मानदंडों में भारत कई विकसित देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है। लगातार बढ़ती रिकवरी दर और निरंतर मृत्यु दर में गिरावट ने साबित कर दिया है कि राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा अपनाई जा रही कंटेनमेंट कार्य नीति सफल रही है। यह सभी संगठनों और देश के नागरिकों के मिलेजुले प्रयासों का परिणाम है।

उन्होंने ईएसआईसी के अस्पतालों की भी सराहना की, जो कोविड के मरीजों को सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। डॉ. हर्ष वर्धन ने लोगों से कोविड सुरक्षा के अनुकूल व्यवहार का पालन करने की अपील की। उन्होंने दोहराया कि जब तक संक्रामक रोग के साथ लड़ाई में वैक्सीन उपलब्ध नहीं होता, तब तक मास्क या फेस कवर से मुंह ढकना, बार-बार हाथ धोना और सुरक्षित दूरी रखना हमारे लिए सोशल वैक्सीन की तरह काम करेगा।

संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि ये दिशा-निर्देश औद्योगिक श्रमिकों की सुरक्षा के लिए हैं। वर्तमान स्थिति को लेकर स्वयं को मानसिक रूप से तैयार करना और कोविड से सुरक्षा के लिए समुचित व्यवहार अपनाने के बारे में जागरुकता फैलाना महत्वपूर्ण है। डॉ. पॉल ने कहा कि ये दिशा-निर्देश औद्योगिक श्रमिकों की सुरक्षा के लिए प्रकाश स्तम्भ के रूप में काम करेंगे। लक्षित समूह के लिए कोविड से सुरक्षा हेतु समुचित व्यवहार से संबंधित इन दिशा-निर्देशों के व्यापक प्रसार-प्रचार की आवश्यकता है। इस अवसर पर श्रम और रोजगार सचिव हीरा लाल सामरिया, ईएसआईसी महानिदेशक अनुराधा प्रसाद, महानिदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. सुनील कुमार, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की अपर सचिव आरती आहूजा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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