सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही, हीला हवाली एवं भ्रष्टाचार की कोई गंुजाइश नहीं: राज्यमन्त्री ग्राम्य विकास*

 

*सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही, हीला हवाली एवं भ्रष्टाचार की कोई गंुजाइश नहीं: राज्यमन्त्री ग्राम्य विकास*

*स्वयं सहायता समूहों का बैंक खाता प्राथमिकता पर खुलवाया जाय: विजय लक्ष्मी गौतम*

आज़मगढ़ प्रदेश की ग्राम्य विकास, समग्र ग्राम विकास एवं ग्रामीण अभियन्त्रण राज्य मन्त्री विजय लक्ष्मी गौतम ने कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ सभी पात्रों तक पारदर्शी ढंग से पहुंचाने हेतु सरकार की नजर समाज के आखिरी व्यक्ति तक है, इसलिए योजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध रूप से पूरी निष्ठा, इमानदारी और लगन के साथ किया जाय। उन्होंने कहा कि योजनाओं क्रियान्वयन शासन की मंशा के अनुरूप पारदर्शी ढंग से होना चाहिए, इसमें हीला हवाली, लापरवाही एवं भ्रष्टचार की कोई गंजाइश नहीं है। राज्यमन्त्री श्रीमती गौतम शुक्रवार को सर्किट हाउस के सभागार में विभागीय कार्यों की प्रगति समीक्षा कर रही थीं। उन्होने शासन द्वारा संचालित कार्यक्रमों की विभागवार समीक्षा करते हुए कहा कि ग्राम पंचायतों में पंचायत भवनों का निर्माण अत्यन्त महत्पूर्ण कार्य है। ग्राम सचिवालय के माध्यम से ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर ही सारी सुविधायें उपलब्ध कराते हुए उन्हें सीधे तौर पर शासकीय योजनाओं से जोड़ना है, इसलिए जिन पंचायत भवनांे का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है वहॉं सारी सुविधायें तत्काल उपलब्ध कराई जाये। राज्यमन्त्री ने कार्यों को मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराये जाने के उद्देश्य से समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया जो भी कार्य कराये जा रहे हैं उसका मौके पर जायजा लें यदि कार्य खराब मिलता है तो सम्बन्धित के विरुद्ध कार्यवाही करें। बताते चलें कि राज्यमन्त्री विजय लक्ष्मी गौतम ने मनरेगा कार्यों की समीक्षा के दौरान पाया कि जनपद में मासान्त तक लक्षित 51.19 लाख मानव दिवसों के सापेक्ष 46.50 लाख से अधिक मानव दिवस सृजित किये जा चुके हैं। उन्होने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों एवं सम्बन्धित जनपदीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि लक्ष्य के सापेक्ष मानव दिवस सृजित किया जाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मनरेगा श्रमिकों के प्रति पूरी संवेदनशीलता दिखायें तथा उनका भुगतान समय कराया जाय।राज्यमन्त्री श्रीमती गौतम ने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को गांवों में तैनात सफाई कर्मियों उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुए गांवों की साफ सफाई अनिवार्य रूप से कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि गांवों का भ्रमण कर वहॉं सफाई कर्मियों के साथ ही ग्राम पंचायत अधिकारियों आदि की उपस्थिति की भी जॉंच करें तथा अधूरे कार्यों की जानकारी कर उसे पूर्ण करायें, साथ ही साथ गांव में हुए कार्यों की गुणवत्ता की भी जॉंच करें। श्रीमती गौतम ने एनआरएलएम की समीक्षा करते हुए कहा कि यह शासन की अत्यन्त महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को स्वावलम्बी, सबल व आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उन्हें सुरक्षा प्रदान करना तथा रोजगार से जोड़ना भी है। उन्होंने निर्देश दिया कि एनआरएमएम के अन्तर्गत गठित जिन महिला स्वयं सहायता समूहों का बैंक खाता अभी तक नहीं खुल सका है, प्राथमिकता के आधार पर उनका बैंक खाता खुलवाया जाये, जो समूह निष्क्रीय हैं उन्हें सक्रिय कराया जाय, अधिक से अधिक समूहों का गठन कराया जाय तथा समूहों द्वारा बनाई जाने वाली सामग्री के लिए मार्केटिंग की भी व्यवस्था की जाय। ग्राम्य विकास राज्य मन्त्री श्रीमती गौतम ने अन्य विभागीय कार्यों यथा अमृत सरोवर, सांसद आदर्श ग्राम योजना, प्रधानमन्त्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमन्त्री आवास योजना, मुख्यमन्त्री आवास योजना, पेयजल मिशन आदि की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्यों की निरन्तर समीक्षा की जाय, किसी भी दशा में कोई कार्य मानक के विपरीत नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यों की रैण्डम जॉंच कराई जायेगी, यदि कार्य खराब पाया जायेगा तो सम्बन्धित अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही होगी।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार शुक्ला, परियोजना निदेशक केके सिंह, जिला विकास अधिकारी संजय सिंह, अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी तथा सभी खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित थे।

रिपोर्टर – राकेश वर्मा

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