गोरखपुर में मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का उत्सव, जमकर बने आयुष्मान गोल्ड कार्ड

रविवारीय अवकाश का दिन इस बार जनपद के लिए सेहत की दृष्टि से बेहद खास रहा। दूर दराज के इलाकों व मलिन बस्तियों में रहने वाले करीब 7000 से अधिक लोगों को इस दिन सेहत का वरदान मिला। मौका था मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले के आगाज का। इस पहले आरोग्य मेले में जिले के 22 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों समेत कुल 68 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क जांच व इलाज की सुविधा दी गई। शहरी क्षेत्र में मेले का शुभारंभ नगर विधायक डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल ने किया। चरगांवा व भटहट ब्लॉक में पिपराईच विधायक महेंद्र पाल सिंह, खोराबार में गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह, खजनी क्षेत्र में वहां के विधायक संत प्रसाद और सहजनवां में वहां के विधायक शीतल पांडेय ने मेले का शुभारंभ किया। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मेले का उद्घाटन किया।मेले में मौसमी बुखार की जांच के अलावा प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के साथ गर्भवती, बाल स्वास्थ्य, गैर संचारी रोगों जैसे बीपी व शुगर और किशोर स्वास्थ्य से जुड़ी जांच पर खास जोर रहा।

शहर के जाफरा क्षेत्र स्थित संत रविदास मंदिर परिसर में मेले का शुभारंभ करते हुए नगर विधायक ने निजी क्षेत्र के चिकित्सकों से आग्रह किया कि इस मेले में सहयोग के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि वह खुद भी इस संबंध में निजी क्षेत्र के चिकित्सकों से बात करेंगे। नगर विधायक ने भी इस मेले में अपराह्न 2.00 बजे तक मरीज देखा। बीआरडी मेडिकल कालेज की चिकित्सक व नगर विधायक की बेटी डॉ. अदिती अग्रवाल ने भी मरीज देखा। विधायक ने सीएमओ से कहा कि तय की गई एक ड्यूटी के अलावा भी उनकी पुत्री प्रत्येक मेले में स्वयंसेवी योगदान देंगी और वह खुद शहर में मौजूद रहने पर प्रत्येक रविवार को मेले में मरीज देखेंगे।
एडी हेल्थ डॉ. जनार्दन मणि त्रिपाठी ने कहा कि मेले में आने वाले लोगों को सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं मिलनी चाहिए और जो सुविधा यहां मौजूद न हों उनकी उपलब्धता उच्च चिकित्सा केंद्र पर सुनिश्चित की जानी चाहिए। एडी हेल्थ व सीएमओ ने खोराबार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण कर वहां के मेले की व्यवस्था भी देखी।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि 46 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, जबकि 22 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर मार्च 2020 तक लगातार प्रत्येक रविवार को कुल 9 स्वास्थ्य मेले लगाए जाने हैं। मेले का आयोजन सुबह 10.00 बजे से अपराह्न 2.00 बजे तक किया जाएगा। मेले के नोडल अधिकारी डॉ. नंद कुमार के माध्यम से प्रत्येक मेले की रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। सीएमओ ने बताया कि शहरी क्षेत्र में मेला आयोजन में स्वयंसेवी संस्था विश जीएसके भी विभाग का सहयोग कर रही है।

इस अवसर जेडी हेल्थ डॉ. एके चौधरी, एसीएमओ डॉ. आईवी विश्वकर्मा, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नेहा कपूर, डॉ. अतुल कुमार, डॉ. अनुपम अग्रवाल, डॉ. भोला गुप्ता, एनयूएचएम की मंडलीय कंसल्टेंट डॉ. प्रीति सिंह, शहरी स्वास्थ्य समन्वयक सुरेश सिंह चौहान, विश फाउंडेशन से अंजुम गुलरेज, वेद प्रकाश दूबे प्रमुख तौर से मौजूद रहे।

आयुष्मान का गोल्डेन कार्ड भी बना

मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में आयुष्मान भारत योजना के स्टॉल लगा कर करीब 100 से अधिक लोगों के गोल्डेन कार्ड भी बनाए गए। सीएमओ ने बताया कि प्रत्येक रविवारीय स्वास्थ्य मेले में प्रयास होगा कि ज्यादा से ज्यादा केंद्रों पर कैंप लगा कर लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड की सुविधा प्रदान की जाए।

ये सुविधाएं भी रहीं मौजूद

• चिकित्सा व उपचार के अलावा संदर्भन की सुविधा
• गर्भावस्था, प्रसवकालीन व जन्म पंजीकरण का परामर्श
• बच्चों में डायरिया, निमोनिया रोकने के लिए परामर्श सुविधा
• मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया व कुष्ठ की स्क्रीनिंग
• सांस, लीवर, उदर, चर्म रोग, कुपोषण से जुड़ी जांच व इलाज
• बीपी, शुगर, मुख, स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग
• तंबाकू और मद्यपान छोड़ने के लिए परामर्श

मरीजों में दिखा उत्साह

रविवार को आयोजित हुए आरोग्य मेले में मरीज खासा उत्साह के साथ शामिल हुए। चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. धनंजय कुशवाहा व एचईओ मनोज कुमार ने बताया कि वहां करीब 327 मरीज देखे गए हैं। जाफरा बाजार के संत रविदास मंदिर परिसर में कुल 250 मरीज देखे गए। मंदिर के संरक्षक सोमई ने बताया कि पहली बार इतनी सुविधाएं एक जगह पर मिली हैं। उन्होंने खुद मेले में जांच कराया और उच्च रक्तचाप की दवा निःशुल्क प्राप्त किया।

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