राम मंदिर की नींव के लिए 40 फीट होगी खुदाई, पाषाणकाल की विधि का होगा इस्तेमाल

नई दिल्ली : राम मंदिर (Ram mandir) निर्माण का काम शुरु हो चुका है। मंदिर निर्माण से पहले मंदिर गर्भ के नीचे सबसे पहले सतह बनाने के लिए 40 फीट गहराई तक मिट्टी हटाई जाएगी। इस काम से 2-3 महीने का समय लग सकता है। बता दें मंदिर निर्माण की यह दिशा राम मंदिर समिति की दो दिवसीय बैठक के बाद निर्धारित हुई है। इस बैठक की अध्यक्षता आईएएस नृपेंद्र मिश्र ने की थी। यह बैठक शाम 4 बजे तक हुई।

40 फुट होगी खुदाई

बैठक में मीडिया को नहीं आने दिया गया था। बाद में राम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंदगिरी ने इसकी जानकारी मीडिया को दी थी। इस पर अन्य जानकारी मीडिया को महासचिव चंपत राय ने दी थी। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार प्रस्तावित गहराई से 3 मीटर तक मिट्टी हटाई जा चुकी है और अभी 2 मीटर और मिट्टी हटाई जाी है। इसके बाद कुछ विशेषज्ञों से चर्चा की जाएगी। और आगे के काम को अंजाम दिया जाएगा। बता दें चंपत राय से बात होने के बाद उन्होंने कहा कि वह अभी तक हुए काम से खुश है। वह कहते हैं कि अगले साढे तीन सालों में मंदिर का निर्माण हो जाएगा।

15 दिन में बनेगी योजना

चंपत राय ने कहा है मंदिर का काम धीरे-धीरे पूरा हो जाएगा। वह कहते हैं कि मंदिर के प्लान बनाने के लिए 3 माह,6 माह और 1 साल की चरण बद्ध योजनाएं बनाई गई हैं। राम मंदिर निर्माण का ड्राइंग भले ही 15 दिन बाद तैयार होगा। जिसके बाद इतिहास में बनने वाली इमारतों के आधार पर खुदाई की जाएगी। इस तकनीक को कांटीन्युअस राफ्ट स्टोन प्रणाली कहा जाता है। जिसके तरह यहां खुदाई की जा रही है। सरकार राम मंदिर को मिट्टी की इस विधा पर काम करने की कोशिश की जाएगी।

घर-घर जाकर दान एकत्रित करने का अभियान

भाजपा सांसद के एक सहयोगी ने बताया कि तिवारी रथ यात्रा निकालकर अभियान में हिस्सा लेंगे। तिवारी के सहयोगी ने कहा, ‘हमने दान की राशि के लिए कोई लक्ष्य तय नहीं किया है लेकिन यह कई करोड़ में होगी।’ दिल्ली भाजपा मंदिर निर्माण के लिए एक फरवरी से घर-घर जाकर दान एकत्रित करने का अभियान शुरू करेगी। दिल्ली भाजपा के महासचिव और अभियान के संयोजक कुलजीत चहल ने कहा, ‘जहां तक संभव होगा दान एकत्र करने के लिए हर परिवार से 10 रुपये, 100 रुपये और 1,000 रुपये के कूपन का इस्तेमाल किया जाएगा।’

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