न्यूज़ नशा Exclusive : मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 में बड़ी गड़बड़ी आई सामने, दफ्तर में Covid-19 के मामले छुपाए गए

पूरे भारत में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में ढाई लाख से भी ज्यादा कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में भी कोरोनावायरस के मामले बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस घातक वायरस को रोकने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रहे हैं बावजूद इसके कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं। वहीं आपको बता दें कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। न्यूज़ नशा को सूत्रों के हवालों से पता चला है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 के दफ्तर में दो लोगों को कोरोनावायरस हो गया है। न्यूज़ नशा को पता चला है की ऑफिस मैनेजमेंट इस बात की जानकारी छिपा रहा है।

न्यूज़ नशा को सूत्रों के हवाले से पता लगा है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 का दफ्तर है जहां पर 2 लड़कियों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। यह बात पूरे ऑफिस से छुपाई जा रही है। सीएम हेल्पलाइन में काम करने वाले स्टाफ को इस बात की जानकारी मिलने पर डर का माहौल है। स्टाफ का कहना है कि कोरोनावायरस के मामले मिलने के बावजूद भी ऑफिस में सैनिटाइजेशन नहीं करवाया जा रहा। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का अभी यहां कोई खासा ख्याल नहीं रखा जाता। स्टाफ इस बात से भी बेहद चिंतित हैं।

बता दें कि जिन दो लड़कियों में कोरोनावायरस पाया गया है उनके घर वालों से बातचीत करने पर भी उनके घर वालों ने यह बात स्वीकार की है कि वह (लड़की) कोरोनावायरस पॉजिटिव हैं। वही दफ्तर के एक स्टाफ का कहना है कि डिपार्टमेंट यह बात छुपा रहा है कि ऑफिस में दो कोरोनावायरस पॉजिटिव मामले हैं। दफ्तर की ब्रीफिंग में यह लिखा है की “ऑफिस में 2 पॉजिटिव गर्ल्स कोरोना के मरीज आज ऑफिस में मिले हैं। मैनेजमेंट इस बात को छुपा रहा है।” स्टाफ का यह भी कहना है की “उनके ऑफिस में बड़े अधिकारी और टीम लीडर वगैरह नहीं आ रहे हैं वह खुद कोरोनावायरस से खुद को बचा रहे हैं लेकिन दूसरे कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है।”

न्यूज़ नशा को पता चला है की जब लॉक डाउन का प्रथम चरण था उस समय मुख्यमंत्री हेल्पलाइन दफ्तर में थर्मल स्कैनिंग की जाती थी लेकिन अब ऑफिस में थर्मल स्कैनिंग तो क्या सोशल डिस्टेंसिंग और ना ही सैनिटाइजिंग करवाई जाती। बता दें कि पूरे देश भर में जहां भी ऑफिस में कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए जाते हैं तो उस ऑफिस को खाली कराया जाता है और सैनिटाइजेशन करवाने तक उस ऑफिस में कोई भी नहीं जा सकता। लेकिन मुख्यमंत्री हेल्पलाइन सेंटर में कोरोना वायरस के मामले हैं यह तक छुपाया गया और ना ही सैनिटाइजेशन करवाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री के नाक के नीचे उन्हीं की हेल्पलाइन सेवा में इस तरह की गड़बड़ी होना बहुत बड़ी बात है। अगर किसी एक व्यक्ति को कोरोनावायरस ऑफिस में होता है तो वह पूरे ऑफिस में यह घातक वायरस फैला सकता है। ऑफिस मैनेजमेंट कि यह बड़ी गलती उनके कर्मचारियों को बड़ी मुश्किल में फंसा सकती हैं। मैनेजमेंट की तरफ से यह मामला इस समय दबाया जा रहा है लेकिन न्यूज़ नशा को मिली खबर में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन दफ्तर की पोल खुली है। इस बात की जानकारी न्यूज़ नशा के संवाददाता अमित यादव को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में काम कर रहे स्टाफ से मिली है। जो खुद ऑफिस के इस माहौल से डरे हुए हैं।

 

 

नोट : न्यूज़ नशा के पास मरीजों की कोरोनावायरस रिपोर्ट नहीं है। यह जानकारी ऑफिस के स्टाफ द्वारा ही न्यूज़ नशा संवाददाता को दी गई है।

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