2021 तक हरिद्वार -ऋषिकेश के बीच दौड़ेगी मेट्रो

ऋषिकेश। केंद्र के उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य में पर्यटन को बढ़ाए जाने की दृष्टि से मेगा प्रोजेक्ट के अंतर्गत हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दिए जाने के बाद दोनों शहरों के नागरिकों में हर्ष देखा जा रहा है। इसके अंतर्गत पहला मेट्रो का स्टेशन हरिद्वार के पुल जटवाड़ा के पास तथा अंतिम ऋषिकेश के चंद्रभागा पुल के पास बनाया जाएगा। यह मेट्रो 10 स्टेशनों से होकर गुजरेगी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक का कहना है कि नेपाली फॉर्म से देहरादून में विधानसभा के पास तक मेट्रो के प्रस्तावना को भी मंजूरी मिल गई है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित यूनिफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में बैठक मैं यह निर्णय लिया गया है। मेट्रो बनने से यातायात में काफी सुधार होगा और जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी। इसी को देखते हुए सरकार ने मेट्रो प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है।
प्रवक्ता मदन ने बताया कि यह मेट्रो रेल प्रोजेक्ट विकास के मद्देनजर एक मील का पत्थर साबित होगा। इसी के तहत ऋषिकेश में रोप-वे भी बनवाए जाएंगे और हरिद्वार शहर में पीआरटी का संचालन किया जाएगा। बताया कि सरकार की योजना हरिद्वार में हर की पैडी से चंडी देवी तक रोपवे बनाने की है और ऋषिकेश में आईएसबीटी से नीलकंठ तक रोप-वे से जोड़ने पर सभी ने आपसी सहमति दर्ज कराई है। रोप-वे के साथ अब अन्य शहरों की तरह उत्तराखंड में भी मेट्रो रेल का सपना उत्तराखंड वासियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा । यह योजना 2021 तक पूरी हो जाएगी। इस तरह से प्रदेश के निवासियों को मेट्रो की सौगात मिलेगी।

73 किलोमीटर का होगा मेट्रो का दायरा
यह मेट्रो 73 किलोमीटर के दायरे में बनाई जाएगी जो कि देहरादून-हरिद्वार- ऋषिकेश के मुख्य इलाकों को कवर करेगी। इस मेट्रो का प्रोजेक्ट दो चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में हरिद्वार से ऋषिकेश और देहरादून में आईएसबीटी तक कुल 73 किलोमीटर लंबा मेट्रो ट्रैक बनना है। इसका सबसे पहला स्टेशन ज्वालापुर हरिद्वार में पुल जटवाड़ा के पास बनना तय हुआ है। ज्वालापुर से मेट्रो हरिद्वार शहर के अंदरूनी हिस्सों से गुजरेगी। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, हर की पैडी के पास से होकर हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग के समानांतर निकलते हुए इस मेट्रो का अंतिम छोर ऋषिकेश में चंद्रभागा पुल के पास होगा।
हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच मेट्रो तकरीबन 32 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर कुल 10 स्टेशन बनाए जाएंगे। दूसरे चरण में नेपाली फार्म में एक एक्सचेंज स्टेशन बनेगा जहां से देहरादून के लिए एक अलग लाइन शुरू होगी जिसका दूसरा छोर देहरादून के आईएसबीटी के पास होगा। नेपाली फार्म से आईएसबीटी तक भी 41 किलोमीटर लंबा ट्रेक बनेगा जहां पर कुल 10 स्टेशन बनाए जाएंगे।
35 से 40 किमी होगी मेट्रो की रफ्तार
वैसे तो मेट्रो की औसतन गति 35 किलोमीटर प्रति घंटे तक ही रहती है। मगर देहरादून से नेपाली फार्म के बीच स्टेशन दूर होने के कारण यहां औसत रफ्तार 40 तक जा सकती है। उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के महाप्रबंधक जितेंद्र त्यागी के मुताबिक मेट्रो का इस्तेमाल यातायात की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। इसके लिए अमूमन एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर एक स्टेशन बनाया जाता है। डीएमआरसी की ओर से जो शुरुआती रिपोर्ट तैयार की गई है ,उसके अनुसार देहरादून आईएसबीटी से नेपाली फार्म और फिर हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच प्रस्तावित ट्रैक है। वह पूरी तरह से एनएच के साथ साथ में चलेगा। यह पूरा मेट्रो ट्रैक एलिवेटेड रोड की सड़क के ऊपर बनेगा इससे प्रोजेक्ट की लागत कम आएगी।

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