कृषि कानून सही, भ्रम दूर करेगी सरकार: कोविंद

नई दिल्ली, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कृषि सुधार कानूनों को सही ठहराते हुए आज कहा कि व्यापक विचार- विमर्श के बाद बनाये गये इन कानूनों में किसानोंं के अधिकारों का पूरा ध्यान रखा गया है तथा इन्हें लेकर फैलाये जा रहे भ्रमों को दूर करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है।


श्री कोविंद ने शुक्रवार को बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपने अभिभाषण में कहा कि सरकार इन कानूनों के बारे में उच्चतम न्यायालय के निर्णय का सम्मान करेगी।


नये कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया।


श्री कोविंद ने कहा ,“ लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी और शांतिपूर्ण आंदोलनों को हमेशा सम्मान किया गया है लेकिन पिछले दिनों हुआ तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।

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जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन किया जाये ।”
उन्होंने कहा कि सरकार यह स्पष्ट करना चाहती है कि तीन नए कृषि कानून बनने से पहले, पुरानी व्यवस्थाओं के तहत जो अधिकार थे तथा जो सुविधाएं थीं, उनमें कहीं कोई कमी नहीं की गई है।

बल्कि इन कृषि सुधारों के जरिए सरकार ने किसानों को नई सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ नए अधिकार भी दिए हैं। इन कानूनों के अमल पर सर्वोच्च अदालत ने रोक लगा रखी है और सरकार उच्चतम न्यायालय के निर्णय का पूरा सम्मान करते हुए उसके निर्णय का पालन करेगी।

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