राजपथ पर दूसरी बार किसी विदेशी सेना ने दी राष्ट्रपति को सलामी

गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर परेड निकाली जा रही है। भारतीय जवानों के साथ-साथ इस साल बांग्लादेश के सैनिक भी इसमें शिरकत कर रहे हैं।

राजपथ पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बांग्लादेश की सशस्त्र सेनाओं के 122 सैनिकों का मार्चिंग दस्ते ने सलामी दी। आपको बता दें कि ऐसा दूसरी बार हुए है जब विदेशी सैनिक इसमें शामिल हुए हों।

बांग्लादेश के सैनिक परेड में ऐसे समय में शामिल हुए है, जिस समय दोनों देश बांग्लादेश के अस्तित्व की स्वर्ण जयंती मना रहे हैं।

राजपथ पर इस दस्ते का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल अबु मोहम्मद शाहनूर शावोन और उनके डिप्टी लेफ्टिनेंट फरहान इशराक और फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिबत रहमान ने किया। इसमें बांग्लादेश के तीनों सेनाओं के जवान शामिल हैं।

बांग्लादेश ऑर्डिनेंस फैक्ट्री हर साल 10,000 से अधिक ऐसी असॉल्ट राइफल का उत्पादन करती है। विदेशी सैनिकों ने 2016 में पहली बार भारत परेड में हिस्सा लिया जब 130 सैनिकों की टुकड़ी वाली एक फ्रांसीसी सेना ने राजपथ पर मार्च किया।

तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति, फ्रेंकोइस होलांडे, उस वर्ष मुख्य अतिथि के रूप में परेड के गवाह बने।

आपको बता दें कि इस इस वर्ष परेड छोटी हो रही है। सिर्फ 25 हजार पास ही जारी किए जा रहे हैं।

परेड में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागी यानी सभी सैनिक दस्ते, पुलिस अर्ध सैनिक बल के जवान, 15 साल से ज्यादा आयु के सौ छात्र और अन्य नागरिकों के साथ ही दर्शकों को भी मास्क लगाना अनिवार्य है।

इस साल 144 सैनिकों की बजाय सिर्फ 96 सैनिकों के दस्ते होंगे। अमूमन एक दस्ते में 12 पंक्तियां और 12 कॉलम होते हैं।

लेकिन, इस बार 12 कॉलम में सिर्फ आठ पंक्तियां होंगी। क्योंकि, सैनिकों के बीच समुचित अंतर रखना जरूरी है। छोटे बच्चों को इस बार परेड में शामिल नहीं किया गया है।

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