एम्स में पत्रकार की मौत आत्महत्या या हत्या ! भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ ने की सीबीआई जांच की मांग

हा है कि वह पत्रकार कोरोनावायरस संक्रमित था। उसका एम्स में इलाज भी चल रहा था। बताया जा रहा है कि पत्रकार की उम्र 37 वर्ष थी। बता दें कि पहले पत्रकार को गंभीर हालत में आईसीयू पर रखा हुआ था लेकिन इस दौरान उनकी मौत हो गई। हालांकि अब उनकी मौत पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि पत्रकार ने अपने मित्रों से बातचीत में अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। जिसके बाद से इन सूर्य मंदिर की रिपोर्ट पर कई प्रश्न चिन्ह लग गए हैं। ऐसे में भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।

बता दें कि जिस पत्रकार की मौत हुई है उनका नाम तरुण सिसोदिया है। तरुण सिसोदिया के कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद से ही उनका इलाज एम्स में चल रहा था। भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट में कहा गया है कि कोरोनावायरस पाए जाने के बाद तरुण का इलाज एम्स में चल रहा था। तरुण के बाबत इन प्रबंधन का खुलासा और स्वयं तरुण द्वारा अपने पत्रकार मित्रों से बातचीत में अपनी हत्या की आशंका व्यक्त करना एम्स प्रबंधन की रिपोर्ट पर कई प्रश्न चिन्ह लगाता है।

जिसके बाद उन्होंने कई सवाल खड़े किए हैं। जो कुछ इस प्रकार हैं –

● तरुण ने अपनी हत्या की साज़िश रचने की बात क्यों कही ?
● 5 दिन से उसे ऑक्सीजन की ज़रूरत नहीं थी,बिना ऑक्सीजन के इलाज चल रहा था और उसके स्वास्थ में भी सुधार हो रहा था फिर ICU में क्यों शिफ्ट किया गया ?
● जब ICU में एडमिट था तो, चौथे फ्लोर पर कैसे पहुँचा और शीशा तोड़ कर कैसे कूद गया ?
● ICU में 5 दिन से बच्चों और परजिनों से बातचीत करना चाह रहा था पर, बात नहीं कराई गयी क्यों ?
● पत्रकार तरुण का मोबाइल छीनकर कर रख लिया गया था?
● इलाज को लेकर कई बार फोन करके शिकायत भी कर चुका ?

भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ ने कहा है कि कुछ ऐसे प्रश्न हैं जिनका जवाब एम्स प्रबंधन को देना होगा।भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने केंद्रीय स्वास्थ मंत्री डॉ हर्षवर्धन से पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है, वे केंद्रीय गृह मंत्री एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखित आवेदन दे रहे हैं।

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