सहारनपुर में 7 साल की बच्ची ज़रीन बनी मिसाल, गुल्लक के पैसों से बाटा गरीबो को राशन

सहारनपुर में आज आदर्श समाज विकास समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष की पुत्री जरीन ने एक ऐसा काम कर दिखाया जिसे देखकर छोटे हो या बड़े ने यही कहा है कि इस बच्ची से  कुछ सीखने को मिला है। एक 7 वर्षीय बच्ची जिसका नाम जरीन है उसने अपनी गुल्लक तोड़ दी। जिसके बाद अपनी गुल्लक का पैसा जरीन ने अपने पिता को दिया। जरीन ने पैसा देते हुए अपने पिता से कहा कि यह जो राशि घटी हुई है उसका राशन लेकर गरीबों में बांटा जाए। वही जरीन ऐसा पहली बार नहीं कर रही है। इससे पहले भी जरीन अपनी गुल्लक तोड़कर जमा किए पैसों को गरीबों में बांटने के लिए कह चुके हैं। जिसके बाद उनके पिता ने उस पैसे का राशन गरीबों में बांटा भी था।

7 वर्षीय छोटी सी बच्ची जरीन का कहना है कि हमारा देश महामारी से जूझ रहा है इसलिए मैं गुल्लक में इकट्ठी धनराशि को अपने पिता को देकर राशन लाकर गरीबों में बटवाना चाहती हूं। इस बच्ची की सोच को देखते हुए आसपास के पड़ोस के लोगों का कहना था कि इस महामारी के चलते इस छोटी सी बच्ची की सोच इतनी अच्छी है। वह जरूर अपने देश के लिए कुछ ना कुछ बनकर दिखाएगी और इस छोटी सी बच्ची के रुतबे को हमारा सलाम करते हैं।

वही जरीन के पिता ने मीडिया को बताया कि 7 वर्षीय बच्ची जरीन का कहना है कि जैसे जगह-जगह पर शासन प्रशासन कोरोना योद्धाओं के काम को देखती है तो उसी को देखते हुए मैं कुछ करना चाहती हूं। वही जरीन के पिता का कहना था की मेरी बेटी ने भी यह फैसला किया क्योंकि हम भी कुछ ऐसा करे कि कोरोनावायरस को हरा सके और कोरोनावायरस को मात दे सके। समाज में एक अच्छा मैसेज लोगो तक पहुचे। इसी को देखते जरीन ने ये फैसला लिया है। 7 वर्षीय बच्ची जरीन के पिता ने बताया कि जरीना शुरू से ही पढ़ाई लिखाई में ध्यान देती है और अपने देश के लिए कुछ बनना चाहती है। जरीन का कहना है कि मेरी गुल्लक में जमा राशि को तोड़कर उन पैसों का राशन लाकर गरीबों में बटवादो। पिछले माह भी जरीन ने अपनी जमा राशि से राशन बटवा चुकी है और अब दोबारा फिर राशन बनवाने की बात कर रही है। वहीं पड़ोस के रहने वाले बाबर गाजी का भी कहना है कि यह बच्ची काफी तेज तरार है और पढ़ाई लिखाई में भी ज्यादा ध्यान देती है और इस बच्ची की सोच वाकई तारीफ के काबिल है।

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