योगी जी ने किया ऐसा निरीक्षण, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

मुख्यमंत्री जब किसी जनपद, विभाग या जन समस्याओं का निरीक्षण करने जाते हैं तो उस वक्त उस स्थान का कायाकल्प हों जाता है, क्योंकि मुख्यमंत्री के नजरों में कोई कमी ना दिख जाए।

मगर इस घटना को सुनकर आप हैरान तब हो जाएंगे जब आप देखेंगे कि मुख्यमंत्री जी के सामने ही बच्चों के स्वास्थ्य के साथ घोर लापरवाही हो रही हो और मुख्यमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी का प्रशासन फोटोग्राफी में व्यस्त हो।

फोटोग्राफी में व्यस्त होने का आरोप हम नहीं लगा रहे हैं, खुद तस्वीरें देखकर आपको यह लगेगा कि मुख्यमंत्री जी और उनका प्रशासन निरीक्षण करने विद्यालय नहीं पहुंचा था, बल्कि जनता को यह संदेश फोटोग्राफी के द्वारा देने के लिए पहुंचा था जिससे यह संदेश दिया जा सके कि मुख्यमंत्री जी और उनका प्रशासन बच्चों के लिए सचेत और संवेदनशील है।

आइए अब आपको हम सीधा मुद्दे पर लाते हैं इस वक्त उत्तर प्रदेश में सर्दियों का मौसम चल रहा है या तो आप भी जानते होंगे मगर लगता है योगी जी और वाराणसी के जिला प्रशासन को नहीं पता है, आप सोचेंगे ऐसा कैसे हो सकता है।

जी हां मुख्यमंत्री जी के प्रशासन को तो छोड़िए लगता है कि मुख्यमंत्री जी को भी नहीं पता है इस वक्त उत्तर प्रदेश में सर्दियों का मौसम है और फरवरी का महीना चल रहा है, अगर ऐसा प्रशासन को और मुख्यमंत्री जी को पता होता तो मुख्यमंत्री जी के सामने ठंड के महीने में चमकदार पत्थरों पर बच्चे नंगे पैर नहीं खड़े होते,

जहां पर मुख्यमंत्री जी और उनका प्रशासन सूट-बूट में और ठंड से बचने के सारे वस्त्र धारण करके खड़ा हो।

मुख्यमंत्री जी तो निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे वाराणसी के सेवापुरी स्कूल के आंगनवाड़ी में, उस आंगनवाड़ी सेंटर में मुख्यमंत्री जी ने बच्चों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और मुख्यमंत्री जी के सामने ही बच्चे नंगे पैर खड़े रहे मगर ना तो प्रशासन को दिखाई दिया और ना तो मुख्यमंत्री जी को, मगर मुख्यमंत्री जी ने तो पूरी निष्ठा के साथ निरीक्षण किया और उसमें सबसे बड़ी बात तो यह है कि प्रशासन ने भी पूरी निष्ठा के साथ अपनी कामयाबी मुख्यमंत्री जी को गिना रहा था, मगर नन्हे बच्चे चमकदार पत्थरों पर नंगे पांव क्यों खड़े हैं, इस कामयाबी का जिक्र ना तो मुख्यमंत्री जी ने किया और ना तो प्रशासन ने मगर तस्वीरों ने कर दिया, कि योगी प्रशासन और योगी सरकार बच्चों के स्वास्थ्य‌ और उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए लिए संवेदनशील हैं।

अब देखिए इस तस्वीर में एक तरफ उत्तर प्रदेश के सबसे ताकतवर और प्रभावशाली व्यक्ती यानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद खड़े हैं जिनके ऊपर पूरे उत्तर प्रदेश की देखभाल की जिम्मेदारी है और उनके बगल में एक बच्चा खड़ा है जिसके पैर में ना तो जूता है ना तो चप्पल और जिनके साथ वह बच्चा खड़ा है वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, और मुख्यमंत्री जी पूरी तरह से ठंड से बचने के लिए सभी कपड़ों को पहने हुए हैं मगर मुख्यमंत्री जी जब इस विद्यालय का निरीक्षण कर रहे थे तो उनको बच्चों के पैरों में जूते नहीं दिखाई दिए, वह जूते दे सकते थे कपड़े भी दे सकते थे मगर ना तो मुख्यमंत्री जी ने कपड़े दिए और ना तो बच्चों को जूते दिए, फिलहाल वहां पर सभी बच्चे लगभग नंगे पांव खड़े थे और कई बच्चों के बदन पर सही से कपड़े नहीं थे, उन्हीं बच्चों के माता-पिता ने वोट देकर योगी जी की सरकार को जिम्मेदार और जवाब दे बनाया है मगर उन्हीं के बच्चे पूरी तरीके से इस ठंड में नंगे पांव और ढंग से सर्दी के बिना कपड़े पहने पत्थर के उस फर्श पर खड़े हैं जिसको देखने योगी जी खुद शानदार स्लीपर और अपने अधिकारियों को सूट बूट पहना कर लाए थे,

एक तरफ योगी जी अपने प्रशासन के साथ ठंड से बचने वाले हर वस्त्रों को धारण करके बच्चों का निरीक्षण कर रहे थे, फिलहाल आपको यह भी बता दे योगी जी मोदी जी के संसदीय क्षेत्र में थे और मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं।

प्रधानमंत्री जी कहां करते हैं जान है तो जहान है शायद इस बात का ख्याल ना तो बनारस के जिला प्रशासन को रहा और ना तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को, कि बच्चों को चमचमाते हुए पत्थरों के फर्श पर खड़े करने से पहले जूते तो दे दे कम से कम उन्हें ठंड ना लगे क्योंकि जब जान है तो जहान है और जब जान और जहान रहेंगे तभी तो शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे।

फिलहाल मुख्यमंत्री जी को निरीक्षण करना था अपने होनहार प्रशासन के अद्भुत कामकाज का मुख्यमंत्री जी ने अद्भुत काम का निरीक्षण कर लिया वहीं दूसरी तरफ मासूम बच्चे नंगे पांव खड़े होकर अद्भुत काम का हिस्सा भी बन गए, ना तो बच्चों के पैरों में जूते थे ना तो बदन पर सही से कपड़े मगर मुख्यमंत्री जी और प्रशासन सूट बूट के साथ उन वस्त्रों को धारण किए हुए था जो सर्दी के मौसम में दृढ़ शक्ति के साथ उनकी रक्षा करती है।

जिस कड़ाके की ठंड में अफसर साहब अपना पैर सीधा जमीन पर ना रखते हो, उस कड़ाके की ठंड में छोटे-छोटे बच्चों को नंगे पैर खड़ा कर दिया और वह भी मुख्यमंत्री जी के सामने उच्च स्तरीय निरीक्षण के लिए और बच्चे तो बच्चे, नंगे पांव खड़े हो गए और फिर मुख्यमंत्री जी ने निरीक्षण करने के बाद यह कहा कि शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है।

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