तृणमूल कांग्रेस ने सरकार पर लगाया गंभीर आरोप, कही ये बात

नई दिल्ली  तृणमूल कांग्रेस (तृकां)ने नरेंद्र मोदी सरकार पर रक्षा, सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा में विफल रहने तथा संसदीय गरिमा और संघीय ढ़ांचे को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि कृषि कानूनों काे रद्द करने की मांग को लेकर वह आंदोलनरत किसानों के साथ हैं।

तृकां के डेरेक ओ ब्रायन ने सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण की धन्यवाद प्रस्ताव चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि फिलहाल देश में एक विफल सरकार है जो सभी प्रमुख मुद्दों पर नाकाम रही है। इससे देश में डराने धमकाने का माहौल बन गया है। पत्रकारों, राजनेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को डराया धमकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपनी रोजी रोटी और जमीन बचाने को लेकर देशभर के किसान आंदोलन की राह पर है। जो कोई राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार उनके समर्थन में आता है तो उसे डराया – धमकाया जाता है। उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज किये जा रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि तृकां राष्ट्रपति अभिभाषण से कतई सहमत नहीं है और चाहती तो इसमे ढेरों संशोधन ला सकती थी लेकिन पार्टी राष्ट्रपति को गरिमा को समझती है और मानती है कि यह प्रधानमंत्री समेत पूरी मंत्रिमंडल की अभिव्यक्ति है। उन्होंने सीमाओं पर अतिक्रमण का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार रक्षा के मोर्चें पर पूरी तरह से विफल है। इसके अलावा बेरोजगारी और महिला तथा बच्चों के प्रति अपराध के आंकड़े सरकार की असफलता का संकेत देते हैं। सरकार ने कृषि कानूनों समेत कई ऐसे कानून बनायें हैं जिससे संघीय ढ़ांचे को नुकसान पहुंच रहा है। सरकार ने कृषि कानूनों को बनाने में निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया जिससे संसदीय गरिमा को चोट पहुंची है।

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