कांग्रेस के माथे देश के विभाजन का पाप : CM शिवराज सिंह चौहान

कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर देश को कमजोर और बांटने का आरोप लगाया। राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि देश के विभाजन का पाप कांग्रेस के माथे पर है।

बीजेपी का पलटवार

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा, ‘राहुल गांधी को इतना बड़ा झूठ बोलते हुए शर्म नहीं आई? कांग्रेस झूठ की बुनियाद पर टिकी हुई है, देश को अगर किसी ने कमजोर किया है तो वो कांग्रेस पार्टी ही है। देश के विभाजन का पाप भी कांग्रेस के माथे पर है।’ इतना ही नहीं सीएम चौहान ने कहा, ‘आजादी के बाद जिस तरह की नीतियां अपनाई गईं, हिंदी-चीनी भाई-भाई के नारे लगाकर देश की हजारों किलोमीटर जमीन पर चीन ने कब्जा कर लिया। तब प्रधानमंत्री कौन थे और किसकी सरकार थी?’

किसान आंदोलन को लेकर PM मोदी पर हमला

तमिलनाडु के करूर में जनता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के किसानों पर हमला कर रहे हैं। पीएम तीन नए कानून लाए हैं जो भारतीय कृषि को बर्बाद कर देंगे और कृषि को दो-तीन बड़े उद्योगपतियों के हाथ में सौंप देंगे। एक कानून साफ-साफ कहता है कि किसान अपनी रक्षा करने के लिए कोर्ट नहीं जा सकते हैं।’

बीजेपी और RSS फैला रहे नफरत- राहुल गांधी

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अगर हम देश की तरफ देखते हैं तो प्रधानमंत्री ने पिछले 6-7 सालों में जो किया है उससे हमें आज एक कमजोर, विभाजित भारत दिखाई देता है। ऐसा भारत जहां बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा देशभर में नफरत फैलाती रहती हैं, हमारी सबसे बड़ी ताकत, हमारी अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई है।’

प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमारे युवा अब नौकरी पाने में सक्षम नहीं हैं और यह उनकी गलती नहीं है। यह हमारे प्रधानमंत्री द्वारा लिए गए ऐक्शन का नतीजा है।

PM मोदी पर लगाया आरोप

इससे पहले रविवार को राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ‘भ्रम’ है और वह सोचते हैं कि वह तमिलनाडु सरकार को ‘धमका’ सकते हैं तो वह राज्य के लोगों को भी नियंत्रित कर सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘वह (मोदी) नहीं समझते हैं कि तमिलनाडु का भविष्य केवल तमिल लोग ही तय कर सकते हैं। नागपुर के ‘निक्करवाले’ कभी भी राज्य का भविष्य तय नहीं कर सकते हैं। तमिलनाडु के भविष्य का फैसला इसके युवा करेंगे।’

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