इंकलाब का धुआं मैनपुरी की धरती पर पहुंचा।

इंकलाब का धुआं मैनपुरी की धरती पर पहुंचा।

पत्रकार – ⁨गौरव मैत्रेय , न्यूज़नशा

भारतीय सिनेमा में 1984 में एक फिल्म आई थी, जिसका नाम था इंकलाब । जिसमें एक पुलिस अधिकारी ने अपनी नौकरी को छोड़कर राजनीति में कदम रखा था।  वैसे तो राजनीति एक ऐसा छलावा है , जिससे जनता बरसों से देखती आई है । इस राजनीति में कभी जिगरी दोस्त दुश्मन बन जाते हैं,  तो कभी दुश्मन भी गले मिल जाते हैं।  लेकिन कलयुग की इस राजनैतिक महाभारत में बुरी तरह फंस गए हैं। जी हां,  हम बात कर रहे हैं एक चर्चित नाम जिन्हें आप बखूबी जानते होंगे।

अक्सर विवादों और चर्चाओं में रहने वाले पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर अब राजनीति में अपना दम दिखाएंगे।  उत्तर प्रदेश में सरकार किसी की भी रही हो लेकिन सरकारों के खिलाफ इन का ऐलान हमेशा जारी रहता है।  और इस बार ऐलान मैनपुरी की धरती से शुरू किया है।  कुछ समय पहले उन्होंने अधिकार सेना पार्टी गठित की और पूरे प्रदेश में इसकी सक्रियता को बढ़ाया।  इसी वजह से मैनपुरी लोकसभा सीट के उपचुनाव में पूर्व आईपीएस एवं अधिकार सेना के संयोजक अमिताभ ठाकुर ने पूरी तैयारी के साथ मैदान में दो हाथ करने के लिए तैयार हैं । अब उनकी पार्टी उपचुनाव भी लड़ेगी समाजवादी पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी सीट से अमिताभ ठाकुर ने सैफई निवासी रोली यादव को उम्मीदवार बनाना बनाया है।

बता दें सांसद मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है।  इसके लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है । अमिताभ ठाकुर ने कहा , भाजपा हमेशा ट्रिपल इंजन से ही चुनाव जीतती आई है।  डबल इंजन की भाजपा सरकार में तीसरा इंजन चुनाव आयोग का है । चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठते रहे हैं । उपचुनाव में भी विरोधी दल के नेता चुनाव आयोग पर सवालिया निशान लगाते आए हैं।  और इस बार इनकी पार्टी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी लेकिन दूसरी तरफ मैनपुरी के के यादव कुनबे में कृष्ण जैसा सारथी और अर्जुन जैसे योद्धा है।  ऐसे में भला जीत कैसे संभव हो सकती है।  चक्रव्यूह को तोड़ने की कला तो केवल अर्जुन के पास है । और मैनपुरी का चक्रव्यू भी ऐसा ही है। कि इसे केवल यादव कुनबा ही वहां का तोड़ सकता है। अब सवाल यह उठता है , कि अमिताभ ठाकुर भारतीय जनता पार्टी की नीतियों से लड़ने के लिए मैनपुरी से चुनाव लड़ रहे हैं । या फिर अपनी पुरानी दुश्मनी को पूरा करने के लिए नेताजी की सीट को निशाना बना रहे हैं। हालंकि समाजवादी पार्टी ने लोकसभा के उपचुनाव में डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतार दिया है।भले ही बीते दिनों समाजवादी पार्टी के पूर्व संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया । हो लेकिन नेताजी की पुश्तैनी मैनपुरी लोकसभा सीट की अहमियत और लोकप्रियता किसी भी लिहाज से कम नहीं है।

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