पेगासस जासूसी कांड पर राज्यसभा में हंगामा

IT मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव पेगासस मामले में बयान देने के लिए जैसे ही खड़े हुए तो तृणमूल सांसद शांतनु सेन ने उनके हाथ से पर्चा छीन लिया।

मानसून सत्र के दौरान संसद के दोनों सत्रों में हंगामा जारी है। गुरुवार को विपक्षी सांसदों ने पेगासस जासूसी कांड समेत दूसरे कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया। पेगासस मामले को लेकर राज्यसभा में हंगामे के चलते IT मंत्री अश्विनी वैष्णव अपनी बात नहीं रख पाए और उन्हें अपना भाषण छोटा करना पड़ा। यहां तक कि मामला छीना-झपटी तक पहुंच गया।

IT मंत्री पेगासस मामले में अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए तो ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल के सांसद शांतनु सेन ने IT मंत्री के हाथ से उनके बयान का पर्चा छीनकर फाड़ दिया और हवा में उछाल दिया। इस दौरान हंगामे के बीच ही IT मंत्री ने बोलना जारी रखा, लेकिन पूरी तरह अपनी बात नहीं रख पाए। इसके बाद BJP और तृमणूल के सांसदों में तीखी बहस शुरू हो गई और हालात संभालने के लिए मार्शल बुलाने पड़े।

इसके बाद राज्य सभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। यह तीसरी बार था जब सदन की कार्यवाही रोकी गई। इससे पहले सुबह कार्यवाही शुरू हुई तो हंगामे के चलते पहले 12 बजे तक और फिर 2 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी। उधर लोकसभा में भी हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही पहले शाम 4 बजे तक के लिए और फिर कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

BJP ने कहा- सदन में अशोभनीय व्यवहार हुआ
तृणमूल सांसद के बर्ताव पर BJP सांसद स्वप्न दासगुप्ता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘सदन में अशोभनीय व्यवहार हुआ है। मंत्री के बयान के दौरान आपको उनसे सवाल करने का अधिकार है, लेकिन बहस की बजाय सदन के अंदर जो हुआ क्या वह एक तरह का उपद्रव है? यह सभी नियमों के खिलाफ है। इसकी पूरी तरह निंदा होनी चाहिए।’

RJD ने कहा- मंत्री का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण
राज्यसभा में हुई घटना को लेकर RJD के सांसद मनोज झा का कहना है कि हंगामे के बीच जिस तरह IT मंत्री ने बयान दिया उससे लगता है कि सरकार सिर्फ मुद्दों का मजाक बनाना चाहती है। मंत्री का यह रवैया दुर्भाग्यपूर्ण था।

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