श्रमिक मजदूरों के मामले पर योगी सरकार और राज ठाकरे आमने-सामने, राज ठाकरे ने सीएम योगी को दी नसीहत

जब से लॉक डाउन हुआ है तब से ही श्रमिक मजदूरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने मजदूरों के मामले पर एक बड़ा फैसला लिया। योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा था कि कोई भी राज्य है जो उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को वापस बुलाना चाहता है उसे यूपी सरकार से अनुमति लेनी होगी और मजदूरों को सामाजिक कानूनी मौद्रिक अधिकारों को सुनिश्चित करना होगा। इस बयान पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के चीफ राज ठाकरे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आड़े हाथों लिया है।

राज ठाकरे ने कहां है कि सीएम योगी आदित्यनाथ जी यह बात ध्यान रख लें कि प्रवासियों को अब महाराष्ट्र आने से पहले इजाजत लेनी होगी। राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए और पुलिस स्टेशन में प्रवासी मजदूरों के रिकॉर्ड को बनाना चाहिए, जिसमें उनकी तस्वीर भी हो। यह बात तब सामने आई है जब फैक्ट्रियां और बहुत से काम शुरू हो चुके हैं। अब राज्यों को मजदूरों की जरूरत पड़ रही है। ऐसे में ज्यादातर मजदूर अपने अपने राज्य पहुंच चुके हैं। वहीं इस मामले पर योगी आदित्यनाथ ने दो टूक बयान जारी कर कहा है कि अगर किसी भी राज्य को उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को वापस बुलाना है तो उसे यूपी सरकार से अनुमति लेनी होगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कई राज्यों पर आरोप लगाए गए थे कि कोरोनावायरस के मद्देनजर विभिन्न राज्यों द्वारा प्रवासी मजदूरों का ठीक से ध्यान नहीं रखा गया है। यह श्रमिक हमारे सबसे बड़े संसाधन हैं और हम उत्तर प्रदेश में उन्हें रोजगार देंगे। इसके लिए प्रवासी कमीशन की स्थापना की जा रही है जो उनको रोजगार मुहैया कराएगा।

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