सोशल मीडिया पर युजवेंद्र चहल पर जातिगत कमेंट के मामले में युवराज सिंह अरेस्ट, तुरंत जमानत पर रिहा

अनुसूचित जाति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में क्रिकेटर युवराज सिंह को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। हरियाणा के हिसार जिले के हांसी में उनकी गिरफ्तारी हुई। हालांकि उन्हें औपचारिक जमानत पर रिहा कर दिया गया। युवराज पर आरोप है कि उन्होंने पिछले साल रोहित शर्मा से लाइव चैट में युजवेंद्र चहल की जाति को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी।

हांसी पुलिस के DSP विनोद शंकर ने बताया कि क्रिकेटर युवराज सिंह को केस की जांच में शामिल करने के लिए गिरफ्तार किया गया। पहले भी उन्हें दो बार जांच में शामिल किया जा चुका है। पुलिस ने हाईकोर्ट के निर्देश पर काम किया है और युवराज को बेल बॉन्ड पर छोड़ दिया।

क्या है पूरा मामला?
कोरोना महामारी के चलते साल 2020 में पूरे देश में लॉकडाउन लगा था। इस दौरान खिलाड़ी वीडियो चैट पर बातें करते थे। इसी क्रम में युवराज सिंह टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट पर बात कर रहे थे। तभी दोनों के बीच युजवेंद्र चहल को लेकर बात हुई, युवराज ने इसी दौरान कथित तौर पर जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया था।

जल्द ही सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में युवराज जातिवादी टिप्पणी करते हुए सुनाई दे रहे थे। उन्होंने कहा था, ‘ये (जातिसूचक शब्द) लोगों को कोई काम नहीं है। युजी को देखा कैसा वीडियो डाला है।’ बता दें, चहल टिकटॉक पर अपने डांस के वीडियो अपलोड करते थे। युवराज ने इसी को लेकर ये कमेंट किया था।

पुलिस ने युवराज का मोबाइल जब्त किया
पुलिस सूत्रों के अनुसार वर्ग विशेष पर टिप्पणी करने के मामले में सुबूत जुटाने के लिए पुलिस ने युवराज का मोबाइल जब्त कर लिया है। हांसी पुलिस अब युवराज सिंह के खिलाफ अदालत में चालान पेश करेगी। इसके बाद युवराज को विशेष अदालत से नियमित जमानत हासिल करनी पड़ेगी। युवराज को हिसार में अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत स्थापित विशेष अदालत में हर तारीख पर पेश होना होगा। यदि अपराध साबित होता है तो इस मामले में उन्हें 5 साल तक की सजा हो सकती है।

युवराज पर आरोप है कि उन्होंने पिछले साल रोहित शर्मा से लाइव चैट में युजवेंद्र चहल पर अनुसूचित जाति के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी।

सिक्योरिटी और वकील लेकर पहुंचे थे युवराज
युवराज हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही जांच में शामिल होने के लिए हिसार पहुंचे थे। उनके साथ सुरक्षाकर्मी समेत 4-5 स्टाफ के लोग और वकील चंडीगढ़ से यहां पहुंचे थे। कुछ घंटों की कार्रवाई और पूछताछ के बाद युवराज चंडीगढ़ रवाना हो गए।

युवराज को VIP ट्रीटमेंट देने का आरोप
इस मामले में शिकायतकर्ता रजत कल्सन ने आरोप लगाया है कि हरियाणा पुलिस ने युवराज सिंह को VIP की तरह ट्रीट किया। पुलिसकर्मी उसके साथ सेल्फी खिंचवाते दिखे। एक आरोपी के साथ होने वाले व्यवहार से अलग उन्हें गजेटेड अफसर मेस में जूस व स्नैक्स खिलवाए गए। साथ ही जानबूझकर इस बात को मीडिया से दूर रखा गया। शिकायकर्ता ने इस मामले में युवराज सिंह को अंतरिम जमानत देने के पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है। उस पर सुनवाई अभी बाकी है।

रोहित शर्मा से लाइव चैट के दौरान युवराज सिंह।

क्रिकेटर युवराज सिंह ने पिछले साल इंस्टाग्राम पर युजवेंद्र चहल से वीडियो चैटिंग करते समय दलित समाज के लिए अपमानजनक टिप्पणी की थी। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। मामले में हांसी पुलिस ने रजत कल्सन की शिकायत पर युवराज सिंह के खिलाफ अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार अधिनियम के खिलाफ केस दर्ज किया था। मुकदमे को खारिज कराने के लिए युवराज सिंह ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका पर सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने हरियाणा पुलिस को युवराज सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का आदेश दिया था।

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