PM का अलीगढ़ दौरा और विपक्ष पर हमला

मोदी बोले- राष्ट्र के नायक और नायिकाओं से देश की कई पीढ़ियों को वंचित रखा गया, 20वीं सदी की गलतियों को आज सुधार रहे

अलीगढ़ में जनसभा को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने डिफेंस कॉरिडोर के नोड और राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को याद करते हुए अपने भाषण की शुरूआत की।

बोले- आज वो जहां कहीं भी होंगे बहुत खुश होंगे। पीएम मोदी ने बिना नाम लिए कांग्रेस और विपक्षी दलों पर निशाना साधा। कहा, भारत का इतिहास ऐसे राष्ट्र भक्तों से भरा पड़ा है। ऐसे आजादी के दिवानों ने अपना सबकुछ खपा दिया, लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद ऐसे राष्ट्र नायक और नायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित ही नहीं कराया गया। उनकी गाथाओं को जानने से देश की कई पीढ़ियां वंचित रह गई। 20वीं सदी की उन गलतियों को आज 21वीं सदी में सुधार रहे हैं।

सहारनपुर में महारानी के नाम खुलेगा विश्वविद्यालय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित किया। कहा कि सहारनपुर में भी एक राज्य विश्वविद्यालय प्रस्तावित है। इसे महारानी के नाम पर खोला जाएगा। इसके अलावा मेरठ में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद के नाम पर स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी खोलने जा रहे हैं।

योगी बोले- राजा जी को कभी किसी ने याद नहीं किया
योगी ने कहा, 2017 में पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी। फरवरी 2018 में मोदी ने पहले इंवेस्टर समिट का उद्घाटन किया था। आज उसका परिणाम है कि देश के अंदर यूपी में 3 लाख करोड़ का निवेश हुआ। युवाओं को अपने ही घर और जनपद में रोजगार की सुविधा उपलब्ध हो पाई। उसी समय प्रधानमंत्री ने डिफेंस कॉरिडोर का शिलान्यास किया था। आज उसका एक नोड अलीगढ़ में शुरू हो रहा है।

आजादी की लड़ाई में इस क्षेत्र का नेतृत्व करने वाले राजा महेंद्र प्रताप सिंह को कभी याद नहीं किया गया। आज उनकी स्मृति में एक राज्य विश्वविद्यालय खोला जा रहा है। डिफेंस कॉरिडोर और राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय उन्हें आजादी के आंदोलन को हमेशा याद दिलाएगा।

राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी के बारे में जानकारी लेते प्रधानमंत्री मोदी।

2.5 लाख छात्रों को मिलेगा नए विश्वविद्यालय का फायदा

राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला प्रधानमंत्री रखेंगे। इससे अलीगढ़ और आस-पास के करीब 2.5 लाख से ज्यादा छात्रों को सीधे तौर पर फायदा होगा। अभी तक ये छात्र डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा से संबद्ध कॉलेजों में पढ़ते हैं। अब अलीगढ़ में नया विश्वविद्यालय खुलने से इन छात्रों को कई तरह का फायदा मिलेगा। छात्रों को छोटे-छोटे काम के लिए आगरा नहीं जाना पड़ेगा। प्रस्ताव के मुताबिक, राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में कई तरह के प्रोफेशनल कोर्स शुरू किए जाएंगे। इस विश्वविद्यालय से अभी 395 कालेजों को संबद्ध किया जाएगा।

मोदी के दौरे के सियासी मायने

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है। इसके कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। पीएम मोदी के इस दौरे से BJP ने 100 सीटों पर फोकस किया है। पश्चिमी यूपी के जाट और ओबीसी वोटर्स को अपने पाले में करने की कोशिश होगी। इसी के साथ यूपी के विकास का नया मॉडल भी प्रधानमंत्री पेश कर सकते हैं। मोदी के इस दौरे को 3 पॉइंट्स में समझें…

1. राजा महेंद्र सिंह के बहाने जाट वोटर्स को साधने की कोशिश
मुजफ्फरनगर में सरकार के खिलाफ राकेश टिकैत की बड़ी किसान महापंचायत के तुरंत बाद पीएम मोदी का अलीगढ़ दौरा काफी अहम माना जा रहा है। पश्चिमी यूपी में किसान आंदोलन के चलते BJP को काफी कमजोर माना जा रहा है। ऐसे समय में प्रधानमंत्री का ये दौरा बड़ी सियासी चाल बताई जा रही है।

प्रधानमंत्री अलीगढ़ में राजा महेंद्र सिंह के नाम पर बनने वाली स्टेट यूनिवर्सिटी का शिलान्यास करेंगे। राजा महेंद्र सिंह जाटों के बड़े राजा थे। पश्चिमी यूपी के जाट वोटर्स के बीच राजा महेंद्र का बड़ा सम्मान है। राजा महेंद्र ने ही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के लिए अपनी जमीन दी थी, लेकिन यूनिवर्सिटी में कहीं भी उनका नाम नहीं था। ऐसे में लंबे समय से जाट वर्ग के लोग AMU का नाम राजा महेंद्र सिंह के नाम करने की मांग कर रहे थे।

पश्चिमी यूपी में जाटों की मुस्लिम और दलितों के बाद सबसे बड़ी आबादी है। इस इलाके के 5 मंडलों आगरा, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर ,मुरादाबाद और आंशिक रूप से बरेली में जाट बेहद प्रभावी है। इतना ही नहीं, इनका असर करीब 100 विधानसभा सीटों पर भी है। पीएम जाट स्वाभिमान और जाटों के सरोकार का सम्मान करने कै मैसेज देंगे।

2. कल्याण सिंह के बहाने ओबीसी को साधने की कोशिश
हिंदुत्व के फायरब्रांड नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का जन्म भी अलीगढ़ में हुआ था। कल्याण सिंह ओबीसी के बड़े नेता थे। राम मंदिर आंदोलन में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री अपने इस कार्यक्रम के दौरान मंच से कल्याण सिंह का नाम जरूर लेंगे। इसी के साथ वो ओबीसी वोटर्स पर भी निशाना साधेंगे। अलीगढ़ और आस-पास जाटों के साथ ही लोधी वोटर्स का भी बड़ा वर्ग है। कल्याण सिंह लोधी जाति से ही आते थे।

3. ध्रुवीकरण की राजनीति को दे सकते हैं बल
अलीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने से पहले ही हिंदुस्तान का बंटवारा करवाने वाले और पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर बवाल हुआ। सियासी जानकार मानते है कि इस विवाद का फायदा बीजेपी को मिल सकता है। भाजपा राजा महेंद्र प्रताप बनाम जिन्ना और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को बीच में घसीटकर ध्रुवीकरण की कोशिश हो सकती है। जिन्ना की तस्वीर आज भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लगी हुई है, जबकि इस यूनिवर्सिटी के लिए जमीन देने वाले राजा महेंद्र सिंह का कहीं नाम तक नहीं है। पीएम मोदी इशारों-इशारों में इस मुद्दे को भी उठा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो पश्चिमी यूपी में BJP ध्रुवीकरण का बड़ा दांव चल देगी। जिसका फायदा चुनाव में मिल सकता है।

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