यूपी में कोरोना से बचाव के लिए लोगों से विदेश के साथ अब पूछी जा रही है राज्यों की भी ट्रैवल हिस्ट्री

कोरोना वायरस पर जल्द अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी व्यवस्था में बदलाव किया है। अब सिर्फ विदेश से आए लोगों की ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों से आए लोगों के स्वास्थ्य की भी जांच की जाएगी। दरअसल अभी तक हेल्प लाइन नंबर पर आपके स्वास्थ्य के साथ ही आपकी विदेश यात्रा के बारे में पूछताछ की जाती थी, लेकिन अब आपसे यह भी पूछा जाएगा कि हाल फिलहाल में देश के किसी ऐसे राज्य की यात्रा तो नहीं की है, जहां कोरोना के मामले सामने आए हों। अगर आपकी कोई ऐसी ट्रेवेल हिस्ट्री है, तो संभव है कि आपके स्वास्थ्य की जांच हो।

इसके लिए उत्तर प्रदेश की कोरोना वायरस हेल्पलाइन नंबर 18001805145 या फिर जिले के स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूप का हेल्पलाइन नंबर 0551-2205145। इन नंबरों पर फोन करने पर संबंधित व्यक्ति से विदेश यात्रा के साथ ही राज्य स्तर पर ट्रेवल हिस्ट्री के बारे में भी पूछा जा रहा है।

जिला मुख्यालय पर बनाए गए स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वायरस कंट्रोल रूम के नंबर पर भी रोज बड़ी संख्या में फोन आते हैं। मौसम में बदलाव के चलते सामान्य बुखार और हल्के जुकाम में भी लोग भयभीत होकर फोन कर रहे हैं। जिन्हें आवश्यकतानुसार सलाह भी दी जा रही है।

सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी का कहना है कि कंट्रोल रूम में हम लोगों से उनकी ट्रेवेल हिस्ट्री के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं, लोगों से यह भी पूछते हैं कि क्या वह किसी विदेशी नागरिक के संपर्क में तो नहीं आए। ऐसे सभी लोगों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। दूसरे ब्लॉकों से आने वाली फोन कॉल की जानकारी संबंधित सीएचसी अधीक्षक को भी दे दी जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि कई फोन कॉल स्वास्थ्य से संबंधित न होकर लोगों की दूसरी समस्याओं से जुड़ी होती हैं, जिनकी जानकारी हम लोग संबंधित कंट्रोल रूम को दे देते हैं।

सीएमओ का कहना है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच के लिए कुछ नए मानक तय किए हैं। अभी तक हम सिर्फ उन्हीं लोगों की जांच कर रहे थे, जिन्होंने कोई विदेश यात्रा की हो,  लेकिन अब हम उन लोगों की भी जांच कर रहे हैं, जो दूसरे राज्यों की यात्रा कर जिले में आए हैं। वह बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा तय किए गए नए मानकों से अब हम अधिक से अधिक लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर पा रहे हैं।

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