ऑपरेशन सिंदूर एक असफल अभियान..”, इस बड़े नेता के बयान से बवाल.. अब छिड़ी नई सियासी जंग

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे एक असफल सैन्य अभियान करार देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है। राउत का यह बयान 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आया है, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की विफलता पर संजय राउत का बयान
संजय राउत ने कहा, “मैं पहले भी कह चुका हूं कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक असफल अभियान था। लेकिन देशहित में विपक्ष इस पर ज्यादा बात नहीं करना चाहता।” उन्होंने सवाल उठाया कि इस ऑपरेशन की आवश्यकता ही क्यों पड़ी, और इसके पीछे की जिम्मेदारी किसकी है।
अमित शाह के इस्तीफे की मांग
राउत ने सीधे तौर पर गृह मंत्री अमित शाह को पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा, “इसका प्रायश्चित करने के लिए अमित शाह को पद से इस्तीफा देना चाहिए। यदि नहीं, तो प्रधानमंत्री को उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए।”
आतंकवादियों की मौजूदगी पर सवाल
संजय राउत ने यह भी पूछा कि आतंकवादी कहां हैं—क्या वे गुजरात के दाहोद में छिपे हैं? उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी जिम्मेदारी है कि वे देश की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद की कूटनीतिक रणनीति पर आलोचना
राउत ने सरकार द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद विभिन्न देशों में भेजी गई सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों की आलोचना की, इसे ‘बरात’ करार देते हुए कहा कि यह केवल दिखावा है और इससे कोई वास्तविक लाभ नहीं होने वाला।
संजय राउत के इन बयानों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और केंद्र सरकार की आतंकवाद के खिलाफ रणनीति पर एक नई बहस छेड़ दी है। विपक्ष की ओर से उठाए गए इन सवालों का सरकार क्या जवाब देती है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।