राहुल के बाद अब पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह ने सरकारी कर्मचारियों के DA रोकने पर कहा गैरजरूरी फैसला

भारत में कोरोनावायरस तेजी से बढ़ता जा रहा है। किस घटक वायरस को रोकने के लिए भारत ने देश में लॉक डाउन किया। पहले यह लॉक डाउन 21 दिनों का किया गया था लेकिन बाद में जब कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ने लगे तो इस लॉक डाउन को 19 दिन और आगे बढ़ा दिया गया। भारत में अब 3 मई तक लॉक डाउन है। ऐसे में सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं क्योंकि भारत की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। इन्हीं में से एक केंद्र सरकार के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता रोकने का फैसला भी है। जिस पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद अब पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने इस फैसले की आलोचना कर दी है।

डॉ मनमोहन सिंह ने कहा है कि मौजूदा वक्त में सरकारी कर्मचारियों को आर्थिक रूप से मुश्किल में डालना गैरजरूरी है। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने भी इस फैसले को अमानवीय बताया था। मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस स्टेज पर सरकारी कर्मचारियों और सैन्य बलों पर आर्थिक दबाव डालने की कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस पार्टी ने भी इसका विरोध किया और इस फैसले को जले पर नमक छिड़कने जैसा बताया।

बता दें कि केंद्र सरकार ने गुरुवार को 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 61 लाख पेंशनभोगियों को दिए जाने वाला महंगाई भत्ता रोकने का फैसला किया था। सरकार के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से सरकार पर पड़े आर्थिक बोझ के कारण ये फैसला लिया गया है। केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों पर ये रोक जून 2021 तक लागू रहेगी। इस कटौती की वजह से केंद्र और राज्य सरकार के खजाने को लगभग सवा लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। हालांकि कांग्रेस ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर नाराजगी जताई है।

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