तिरंगे में लिपटा शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक निवास

अमेठी – भारतीय सेना के जवान शहीद उत्तम सिंह का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके पैतृक निवास जगदीशपुर थाना क्षेत्र के गूँगेमऊ लाया गया उसको देखकर परिवारी जन तो फफक कर रो पड़े और वहां उपस्थित सभी की आंखें नम हो गई देश सेवा करते-करते अपने अनोखा न्योछावर कर देने वाले यह वीर सपूत 18 अप्रैल की रात को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में ड्यूटी के दौरान हुए हिमस्खलन के चलते शहीद हो गया था। भारतीय तिरंगे में लिपटी लाश को देखकर मां पत्नी और बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है।

जम्मू कश्मीर के उरी में देश की सेवा करते हुए दुर्घटना में अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले गूंगेमऊ ग्राम, जगदीशपुर, अमेठी के अमर शहीद जवान उत्तम सिंह की शहादत पर जिलाधिकारी अरुण कुमार एवं पुलिस अधीक्षक डॉ ख्याति गर्ग ने गूँगेमऊ पहुंचकर अमर शहीद उत्तम सिंह के पार्थिव शरीर पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में देश की सेवा करते हुए रविवार को दुर्घटना में अमेठी का लाल उत्तम सिंह शहीद हो गए थे. जिनका पार्थिव शरीर सोमवार शाम उनके पैतृक गाँव पहुंचा. पार्थिव शरीर के पहुंचते ही गाँव में कोहराम मच गया. जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक समेत कई जनप्रतिनिधि ने शहीद उत्तम सिंह की अर्थी को कंधा दिया और पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया.

बता दें कि अमेठी के गूंगेमऊ निवासी शहीद उत्तम सिंह जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में तैनात थे. ड्यूटी के दौरान भूस्खलन के कारण उनकी दर्दनाक मौत हो गई थी. जिसके बाद से ही शहीद के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. शहादत की ख़बर सुनकर घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं इस घटना से पूरा क्षेत्र गमगीन है. शहीद उत्तम सिंह भारतीय सेना के यूनिट 11 महार रेजीमेंट उरी में पोस्टेड थे.

रविवार को घटना पर केन्द्रीय मंत्री व अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर अमर शहीद जवान उत्तम सिंह की शहादत पर विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि दु:ख की इस घड़ी में हम सभी शहीद के परिजनों के साथ हैं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें. इतना ही नहीं, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक समेत जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों ने शोक सम्वेदना व्यक्त की. अमर शहीद जवान उत्तम सिंह की शहादत पर डीएम अरुण कुमार ने विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की तथा परिजनों को 25 लाख की अनुग्रह आर्थिक सहायता धनराशि प्रदान की.

Related Articles

Back to top button