क्या ममता बनर्जी और नरेंद्र मोदी आऐंगे साथ जानिए क्या है पुरा मामला

कुछ दिन पूर्व ममता बनर्जी दिल्ली मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने आई थी और यह बात हर किसी को पता है की ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ हमेशा खड़ी रही है और उन्होनें भारत भर मे भाजपा मुक्त नारा भडी ज़ोर-शोर से चलाया है । लेकिन अचानक ही ममता बनर्जी के व्यवहार मे बदलाव आ रहा है । सभी जानते है की ममता बनर्जी सात अगस्त को नीती आयोग की मीटिंग मे शामिल हुई थी जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे थे जब की पिछले वर्ष ममता बनर्जी इस मीटिंग मे शामिल नही हुई थी । तो यह समझना बहुत आसान है की पिछले वर्ष और इस वर्ष की तस्वीर मे कितना अंतर है ।





पिछले वर्ष और इस वर्ष ईडी अलग सी थी इस वर्ष तो ईडी ने बंगाल का दौरा भी किया था जिसमे ममता बनर्जी के दो नेताओ पर छापा भी मारा था और इस कारण से ममता बनर्जी को नरेंद्र मोदी से मुलाकात करनी पड़ी थी । कुछ समय पूर्व ममता बनर्जी ने दिल्ली मे एक मीटिंग आयोजित की थी जिसका विषय था विपक्ष सरकार को दबाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा ईडी का ईस्तेमाल किया जा रहा है । जिस राज्य मे भाजपा अपनी सरकार नही बना पा रही है उन राज्य मे ईडी को भेजा जा रहा है या फिर यह भी कहा जा सकता है की ईडी से रेड करवाई जा रही है ।





यह सब जानते है की 2021 के बंगाल चुनाव मे ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी को काफ़ी अधिक वोटो से मात दे दी थी और इस समय यह कहा जा रहा है की ममता बनर्जी को ईडी से डर लग रहा है की अगला निशाना ममता बनर्जी ही ना हो । यह सभी जानते है की ममता बनर्जी भाजपा पे निशाना लगाने के लिए एक मौका नही छोड़ती है जिसमे ममता बनर्जी ने 2022 के उत्तरप्रदेश चुनाव मे अखिलेश यादव का समर्थन किया था । वहा पर भी ममता बनर्जी ने भाजपा के खिलाफ़ वो ही नारा लगाया अब यही अगर बात करे तो केसरिया को अगला प्रधानमंत्री विपक्ष का चेहरा माना जा रहा है उन्हें भी ममता बनर्जी का साथ मिला हुआ है ।





ऐसे मे ममता बनर्जी का नरेंद्र मोदी से मुलाकात करना कुछ खटक सा रहा है और अगर इस पर विशेषज्ञ की बात माने तो यह कि जा रहा है की ममता बनर्जी और नरेंद्र मोदी 2024 के चुनाव के लिए साथ आ सकते है और अगर ऐसा होता है तो यह विपक्ष के लिए बहुत बड़ा झटका होगा ।

Related Articles

Back to top button