जानिए क्यों कहा शहीद संतोष बाबू के पिता ने बेटे को महावीर चक्र दिए जाने से 100 फीसदी संतुष्ट नहीं हूं

नई दिल्ली. गलवान घाटी में चीनी सेना  के साथ हुई झड़प में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू (Colonel Santosh Babu) को महावीर चक्र (Mahavir Chakra) दिए जाने के फैसला किया गया है. हालांकि, सरकार के इस फैसले से उनके पिता संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है कि संतोष बाबू को परम वीर चक्र दिया जाना चाहिए. गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर हर साल देश की रक्षा के लिए जान की बाजी लगाने वाले सैनिकों को वीरता पुरस्कार दिया जाता है.

शहीद संतोष बाबू के पिता ने कहा ‘ऐसा नहीं है कि मैं नाखुश हूं, लेकिन मैं इस पुरस्कार से 100 फीसदी संतुष्ट नहीं हूं उन्हें और बेहतर तरीके से सम्मानित किए जाने की गुंजाइश है.’ उन्होंने कहा ‘मेरा मानना है कि संतोष बाबू को अपने ड्यूटी के दौरान बहादुरी दिखाने के लिए सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र के लिए नामित किया जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि उनके बेटे की बहादुरी ने रक्षा बलों में शामिल लोगों समेत, कई लोगों को प्रोत्साहित किया है.

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बीते साल 15 जून को गलवान घाटी में हुई चीनी सेना के साथ झड़प में 20 जवान शहीद हो गए थे. इन शहीदों में कर्नल बाबू का नाम भी शामिल है. वे 16 बिहार रेजीमेंट में कमांडिंग ऑफिसर थे. उनके पिता उपेंद्र ने कहा कि उनके बेटे ने तैनाती वाली जगह पर मौसम की चुनौतियों का सामना किया और चीनी टुकड़ियों से लड़े. उन्होंने कहा ‘मेरे बेटे और उसके साथी खाली हाथ लड़े. उसने ज्यादा दुश्मन सैनिक मारकर यह साबित किया कि भारत, चीन से ज्यादा मजबूत है.’

गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए कर्नल बी. संतोष बाबू चीनी पक्ष से हुई बातचीत का नेतृत्व कर रहे थे, लेकिन देर रात हुई हिंसा में वो शहीद हो गए. कर्नल बाबू की शहादत का सम्मान करते हुए तेलंगाना सरकार ने उनके परिवार को 5 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया है. साथ ही उनकी पत्नी को ग्रुप-1 की पोस्ट और एक रिहाइशी प्लॉट भी दिया गया है.

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