जानिए क्यों बंद हुयी कुुशीनगर की ढाढा चीनी मील

कुशीनगर ,  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की सबसे अच्छी ढाढा़ चीनी मिल गन्ना नहीं मिलने के कारण पूर्णतः बंद हो गई है । इस मिल में अब तक 62.08 लाख कुन्तल गन्ने की पेराई की है ।

इससे पहले कप्तानगंज चीनी मिल बिना बकाया भुगतान किए ही बीच सत्र में बंद हो गई।
ढाढ़ा चीनी मिल में भी मंगलवार को पेराई बंद कर दी गई। मिल प्रबंधन का दावा है कि खेत में जो गन्ना बचा है उसे किसानों ने बीज के लिए रखा है।

मौजूदा पेराई सत्र के लिए ढाढ़ा चीनी मिल को एक करोड़ 50 हजार क्विंटल गन्ना आवंटित किया गया था। जिसके सापेक्ष 62.08 लाख क्विंटल गन्ना पेरा गया है। चीनी मिल ने 15 जनवरी तक का एक अरब बीस करोड़ छियासठ लाख चौवालिस हजार रुपये भुगतान किया है।

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इस फैक्ट्री पर 57 करोड़ 95 लाख एक हजार रुपये किसानों का मिल पर बाकी है। गन्ना विभाग के मुताबिक प्रतिदिन 80 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई की क्षमता रखने वाली ढाढ़ा चीनी मिल ने आपूर्ति कम होने के चलते 14 फरवरी से ही गन्ना पर्ची फ्री कर दिया था।

इसके बावजूद नो केन के चलते चीनी मिल सात से आठ घंटे चल पा रही थी। चार-पांच दिनों से गन्ने की आपूर्ति और घट गई थी। अंतत: मंगलवार को चीनी मिल गन्ना के अभाव में बंद कर दी गई।

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