जाने किसान आंदोलन में अब तक कितने किसान अपनी जान गंवा चुके हैं?

बीते साल 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर हज़ारों किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इन प्रदर्शनों के दौरान कई लोगों ने जान भी गंवाई है। पंजाब सरकार के मुताबिक़, आंदोलन के दौरान अब तक 53 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 20 की जान पंजाब में और 33 की दिल्ली की सीमाओं पर गई है।

किसान कृषि क़ानूनों को रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये क़ानून उनकी ज़िंदगियों को बर्बाद कर देंगे जबकि सरकार इन्हें सुधार बता रही है।

किन-किन कारणों से किसानों की जान गई है

जिन कारणों से किसानों की जान गई, उनमें सड़क दुर्घटना से लेकर ठंड तक जैसे कारण शामिल हैं। वहीं कुछ ने ख़ुद अपनी जान ले ली।

कैसा हौसला है अब भी किसानों का

इन मौतों के बावजूद किसानों का हौसला कायम है। वो जान गँवाने वालों के लिए बलिदान, शहादत जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए की गई एक रैली में किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहाँ ने घोषणा की, “हम वचन लेते हैं कि इन बलिदानों को बेकार नहीं जाने देंगे और आख़िरी जीत तक अपना संघर्ष जारी रखेंगे।” मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए की गई एक रैली में किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहाँ ने घोषणा की, “हम वचन लेते हैं कि इन बलिदानों को बेकार नहीं जाने देंगे और आख़िरी जीत तक अपना संघर्ष जारी रखेंगे।”

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