हाथरस : गैंगरेप पीड़िता के मामले में लोगों ने निकाला “कैंडल मार्च”, की डीएम और एसपी के निलंबन की मांग

हाथरस में गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद देशभर में उबाल है। इसी विवाद के चलते कस्बे के वाल्मीकि समाज ने कैंडल मार्च निकालकर दोषियों के खिलाफ फांसी की सजा की मांग व दोषी पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की मांग करते हुए पीड़ित परिवार के लिए सरकारी नौकरी पर मुआवजे की मांग की है।

हाथरस की घटना से देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी विरोध प्रदर्शन के चलते जनपद शामली के कस्बा थानाभवन में वाल्मीकि समाज के सैकड़ों लोगों ने गैंगरेप पीड़िता की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कस्बे में कैंडल मार्च निकाल पीड़िता की मौत पर श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही कस्बे से निकाले गए मार्च में गैंगरेप पीड़िता के दोषियों के लिए फांसी की सजा व डीएम एसपी के निलंबन के साथ साथ संबंधित पुलिस कर्मचारियों पर भी मुकदमा दर्ज करने की मांग ओर पीड़ित परिवार के लिये एक सरकारी नोकरी के साथ साथ 50 लाख के मुआवजे की मांग की है। साथ ही कैंडल मार्च कर रहे लोगों ने पुलिस की मंशा पर भी सवाल खड़े करते हुए गैंगरेप पीड़िता के शव का गलत तरीके से अंतिम संस्कार करने पर आपत्ति जाहिर की है। इस दौरान जनपद शामली के अनुसूचित जाति के बीजेपी जिला अध्यक्ष घनश्याम पारचा के नेतृत्व में थानाभवन की बाल्मीकि बस्ती से सैकड़ों लोगों का एक हुजूम कैंडल मार्च निकालते हुए कस्बे की मुख्य सड़कों से गुजरा। कैंडल मार्च करते हुए लोग कस्बे के ही डॉक्टर हेडगेवार चौक पर पहुंचे। जहां लोगों ने पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर करते हुए नारेबाजी की। लोगों का कहना है कि जिस तरह से यह घटना हुई है इससे देश में बहन बेटियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होते हैं और घटना के बाद जिस तरह से पुलिस ने पीड़िता का शव शाम ढलने के बावजूद भी हिंदू रीति रिवाज के उलट अंतिम संस्कार करके आगे की सबूतों को मिटाने की कोशिश की है। ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहये। कैंडल मार्च के दौरान लोगों ने देश में मौजूद हिंदू संगठनों के साथ-साथ अन्य संगठनों पर भी घटना को दरकिनार करने का आरोप लगाया है। लोगों में कैंडल मार्च के दौरान आक्रोश देखने को मिला।

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