बैतूल के एक अस्पताल में कोरोना मरीजों का नि:शुल्क इलाज

बैतूल, देश में कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के बीच मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में स्थित एक अस्पताल में कोरोेना मरीजों का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है।

जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर बैतूल.भोपाल मार्ग पर भारत भारती गांव में सड़क किनारे पर स्थित ओम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा है। ओम आयुर्वेदिक एवं शिक्षा परिषद की ओर से संचालित इस अस्पताल में जिला प्रशासन ने 6 अप्रैल से कोविड सेंटर चलाने की अनुमति दी है। इसके बाद से ही यहां पर मरीजों को पूरी तरह नि:शुल्क उपचार दिया जा रहा है।

संचालकों के अनुसार 60 बिस्तरों वाले इस अस्पताल में 15 बेड पर आक्सीजन की सुविधा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यहां पर आक्सीजन और अन्य जरूरी दवाइयां उपलब्ध करायी जा रही हैं। जबकि डाक्टर, नर्स और इस तरह की अन्य आदि सुविधाएं अस्पताल प्रबंधन मुहैया करा रहा है।

सर्जन डॉक्टर संदीप पाल के नेतृत्व में पैरामेडिकल स्टॉफ कोरोना मरीजों का आयुर्वेदिक, एलोपैथिक दवाओं के अलावा योग एवं म्यूजिक थैरेपी से इलाज कर रहा है। मरीजों में रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़ाने के लिए जरुरत के अनुरूप आयुर्वेदिक काढ़ा दिया जा रहा है। उपचार के बाद स्वस्थ होकर घर लौटने वाले मरीजों को विदाई के समय अस्पताल प्रबंधन हंसी खुशी के माहौल के बीच पौधा भेंट कर रहा है।

यहॉ के डाक्टर और नर्स का मानना है कि कोरोना के कारण मरीज परिवार से दूर रहने से डरा हुआ सा रहता है। इससे उबारने के लिए पारिवारिक माहौल की बेहद जरूरत होती है, जो यहॉ मरीजों को मिल रही है। कलेक्टर अमरबीर सिंह बैंस के अलावा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ए के तिवारी का भी इस अस्पताल को निरंतर सहयोग मिल रहा है।

अस्पताल के संचालक सोनू पाल ने बताया कि कोरोना को लेकर आज जो भयावक स्थिति निर्मित हुई है, ऐसे समय उनके परिवार में मानव सेवा करना का विचार आया। इसके बाद अस्पताल के डाक्टरों एवं स्टाफ के साथ चर्चा कर कोविड मरीजों का नि:शुल्क इलाज करने का लक्ष्य तय किया गया। मानव सेवा ही ईश्वर की सेवा के ध्येय वाक्य के साथ वे पिछले एक माह से कोरोना मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर अभी तक 180 से अधिक कोविड मरीज भर्ती हो चुके हैं और 35 से अधिक स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। शेष का इलाज किया जा रहा है।

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