ऐसे पार्टी से बाहर किए गए थे दुष्यंत चौटाला, अब बने डिप्टी सीएम

दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनावों में किंगमेकर बनकर उभरी है। हालाँकि हाल ही में निर्मित इसी पार्टी को कुछ समय पहले लोग बच्चा पार्टी कह रही थी। दुष्यंत चौटाला ने इनेलो से अलग होकर जजपा का निर्माण किया था। इनेलो से अलग होने का फैसला भले ही उनका न हो, लेकिन नई पार्टी बनाने का निर्णय दुष्यंत चौटाला ने बहुत कम समय में लिया था।

साल 2018 में दिवंगत चौधरी देवीलाल के 105वें जन्मदिवस यानी 7 अक्टूबर को गोहाना में इनेलो की एक सम्मान दिवस रैली हुई थी। लगभग पूरा चौटाला परिवार इस रैली में शामिल हुआ था। ऐसे में दुष्यंत चौटाला जब ट्रैक्टर यात्रा के साथ मंच पर पहुंचे तो उनके समर्थक ‘भावी सीएम’ के नारे लगाने लगे। वहीँ दूसरी तरफ उसी समय दूसरे गेट से उनके चाचा, अभय चौटाला भी मंच पर पहुंचे। अभय चौटाला के मंच पर पहुँचते ही उनके खिलाफ हूटिंग शुरू हो गई। इस पूरे वाकया के दौरान पैरोल पर रिहा हुए ओमप्रकाश चौटाला भी रैली में मौजूद थे।

जांच के बाद निकाले दोनों चौटाला

दुष्यंत चौटाला और अभय चौटाला के लिए लोगों के बर्ताव को लेकर ओम प्रकाश चौटाला ने मंच से ही अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने इस मामले को अनुशासन समिति को कार्रवाई के लिए सौंप दिया। अनुशासन समिति की जांच के बाद अजय चौटाला के दोनों बेटे, दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। इसके बाद 12 नवंबर 2018 को अजय चौटाला ने एक पत्र जारी कर इनेलो के प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों, सदस्यों और विधायकों को पत्र भेज कर 17 नवंबर को जींद में पहुंचने के लिए आदेश जारी किए थे। लेकिन 15 नवंबर को उन्हें भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।

एंट्री के साथ ही मजबूत की जड़ें

इसके बाद 9 दिसंबर 2018 को जींद में एक रैली के दौरान दुष्यंत चौटाला ने अपनी पार्टी ‘जननायक जनता पार्टी’ का औपचारिक एलान किया। उस समय दुष्यंत चौटाला इनेलो की तरफ से एक लोकसभा सीट के सांसद थे। पार्टी का एलान करने के बाद पार्टी के सबसे पहले चार विधायक सदस्यों में दुष्यंत चौटाला की माँ नैना चौटाला भी शामिल थी। पार्टी लांच होने के 10 महीने बाद हरियाणा विधानसभा चुनावों में जजपा ने 10 सीटों पर जीत हासिल कर राजनीतिक सत्ता में अपनी पैठ बनाई।

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