सिर्फ इनेलो और जजपा तक सीमित नहीं, हरियाणा में बहुत गहरी हैं चौटाला परिवार की जड़ें !

हरियाणा के इतिहास में चौटाला परिवार ने बड़ी भूमिका निभाई है। जहाँ हरियाणा को एक पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए चौधरी देवीलाल चौटाला का नाम सबसे पहले लिया जाता है, वहीँ न्याय युद्ध से लेकर, जाटों के बलबूते हरियाणा की राजनीती को नया मुकाम देने वाला भी चौटाला परिवार ही है। लेकिन बहुत काम लोग जानते हैं कि देवीलाल चौटाला द्वारा बनाई लोक दल पार्टी, और दुष्यंत द्वारा बनाई जजपा ही चौटाला परिवार का घर नहीं है। चौटाला परिवार के लोग दूसरी पार्टियों में भी अपनी पैठ बनाए हुए हैं।

देवीलाल चौटाला कांग्रेस का हाथ थाम राजनीति में कदम रखा था। हालाँकि बाद में वे जनता पार्टी के भी सदस्य बने। इसके बाद 1996 में देवीलाल चौटाला ने अपनी स्थानीय पार्टी इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) का गठन किया। उनके बेटों ने भी इसी पार्टी से राजनीति में कदम रखा। हालाँकि देवीलाल चौटाला के एक बेटे रंजीत सिंह चौटाला ने कांग्रेस का हाथ थामना बेहतर समझा। उनके साथ ही देवीलाल के दूसरे बेटे प्रताप चौटाला भी कांग्रेस के सदस्य रहे। दोनों ही कांग्रेस की तरफ से विधायक रह चुके हैं।

देवीलाल चौटाला के तीसरे बेटे ओम प्रकाश चौटाला ने इनेलो से ही अपनी राजनीति की शुरूआत की थी। वहीँ उनके चौथे बेटे जगदीश चौटाला के बेटे (देवीलाल के पोते) आदित्य चौटाला बीजेपी से जुड़े हुए हैं और विधायक रह चुके हैं। बात करे चौथी पीढ़ी की, तो देवीलाल के पड़पोते, ओम प्रकाश के पोते, और अजय चौटाला के बेटे दुष्यंत चौटाला ने इनेलो से अलग होकर अपनी खुद की एक पार्टी बनाई। ये पार्टी उन्होंने अपने पड़दादा देवीलाल की विधारधारा को बढ़ाते हुए बनाई थी। यानी चौटाला परिवार एक पारिवारिक पार्टी में न रहकर कांग्रेस, बीजेपी जैसी पार्टियों में भी अपनी जड़ें जमाए हुए है।

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