राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. डी पी जारोली ने सरकार से किया आग्रह

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. डी पी जारोली ने सरकार से आग्रह किया है कि अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट परीक्षा) 2021 अपनी निर्धारित तिथि पर ही होने दी जाए और इस तारीख में कोई परिवर्तन न किया जाए। परीक्षा आयोजन के लिए बोर्ड की सभी तैयारियां पूरी चल रही है।
प्रो.जारोली आज यहां अपना एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भगवान महावीर त्याग की मूर्ति है इसलिए सभी को बेरोजगारों के हित को ध्यान में रखते हुए 25 अप्रैल 2021 को ही परीक्षा होने देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी इच्छा है कि रीट परीक्षा निर्धारित तारीख पर ही हो इसके लिए हमने सरकार को पहले भी पत्र लिखा और आज एकबार फिर पत्र लिखने जा रहे है। उन्होंने परीक्षार्थियों से भी बोर्ड की ओर से अपील की कि रीट परीक्षा तारीख में किसी तरह का कोई परिवर्तन नहीं होगा। वे परीक्षा तैयारी में जुटे रहे। उन्होंने बताया कि रीट परीक्षा दो शिफ्टों में होगी जिसके लिए करीब तीन हजार परीक्षा केंद्रों की स्थापना की जाएगी। साथ ही इसमें 16 लाख 40 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे।
प्रो. जारोली ने अपने कार्यकाल के एक वर्ष पूरा होने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे बोर्ड में उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। कोरोना काल में आपदा को अवसर में बदलते हुए कई आयाम स्थापित किए गए है जिनमें उस दौरान परीक्षा आयोजित कर सफलतापूर्वक परिणाम घोषित करना सबसे बड़ा काम रहा। उन्होंने कोरोना काल में वर्ष 2020 में 20 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा आयोजित कराने को विश्व रिकॉर्ड की संज्ञा दी और दावा किया कि कहीं भी इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की परीक्षा आयोजित नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा अनेक नवाचार किए गए जिनमें पोर्टल के जरिए विद्यालयों के संबद्धता प्रमाणपत्र जारी करना, परीक्षार्थी को घर बैठे ऑनलाइन आवेदन के बाद स्पीड पोस्ट के जरिए दस्तावेज उपलब्ध कराना, साथ ही एक करोड़ से ज्यादा विद्यार्थियों का रिकॉर्ड डिजिटल लॉकर में रखना है। उन्होंने बोर्ड की उपलब्धियों के संबंध में कहा कि कोरोना काल से मानसिक तनाव में रहे विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम 2020-21 मे 40 प्रतिशत की कटौती की गई, आने वाली परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र का प्रारूप बदलते हुए ज्यादा विकल्प दिए जाएंगे, अतिरिक्त परीक्षा उपकेंद्रों का गठन, अनुकंपा नियुक्ति, मूल्यांकन ऑनलाइन जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए गए। साथ ही दुर्घटना कर्मचारियों को आर्थिक सहायता के अलावा बोर्ड कर्मचारी संघ के पहली बार निर्विरोध चुनाव संपादित कराए गए।
प्रो. जारोली ने भविष्य की योजनाओं के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि जयपुर जोधपुर में विद्यार्थी सेवा केंद्र एवं संग्रहण केंद्र की स्थापना होने जा रही है जिसके लिए 49 लाख रुपये जारी किए गए हैं। वर्ष 2021 मुख्य परीक्षा पुनर्मूल्यांकन का प्रस्ताव भी विचाराधीन है। साथ ही बोर्ड द्वारा शिक्षकों के लिए आमुखीकरण कार्यक्रम शुरू किया जाना 

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