बेगूसराय : प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर मंत्र से औद्योगिक नवप्रवर्तन की ओर बढ़ चला बेगूसराय

 

बेगूसराय : कभी बिहार में औद्योगिक क्रांति का गवाह रह चुका बेगूसराय एक बार फिर नई औद्योगिक क्रांति का सरताज बनने के लिए प्रगति के पथ पर तेजी से अग्रसर है। कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए आत्भनिर्भर भारत अभियान ने बेगूसराय की दिशा और दशा बदलनी शुरू कर दी है। यहां औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के माध्यम से लगातार विभिन्न उद्योग कलस्टर का कार्य शुरू हो गया है। स्कूल बैग, सैनिटाइजर, साबुन, मास्क, टेक्सटाइल उद्योग आदि समेत सात से अधिक कलस्टर शुरू किए गए हैं। इसके अलावा कई अन्य क्लस्टर के शुरुआत की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।

जिला प्रशासन, राज्य सरकार और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से औद्योगिक नवप्रवर्तन की राह पर बढ़ रहा बेगूसराय एक बार फिर बिहार में बड़े औद्योगिक संभावनाओं का विकास करेगा। इससे हजारों श्रमिको सीधा लाभ होगा। जिला की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी तो आत्मनिर्भर बिहार बनकर भारत के आत्मनिर्भरता की राह आसान करेगा। जब शासन-प्रशासन लगातार औद्योगिक संभावनाओं के विकास में लगा हुआ है तो अब तक परदेस में रह रहे कुशल और अकुशल श्रमिक लगातार अपने घर वापस लौट रहे हैं। असम, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, गुवाहाटी आदि के विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में वर्षों से काम कर रहे श्रमिक एक नई आशा और उम्मीद लेकर घर वापसी कर रहे हैं।

यहां आकर किसी के मन में सौर ऊर्जा प्लेट तैयार करने की योजना है तो कोई अब बेगूसराय में ही मोबाइल कवर बनाकर आत्मनिर्भरता की राह आसान करने की तैयारी में है। बुधवार को असम से लौटे जितेंद्र राय, सोनू राय, मुकेश राय आदि ने बताया कि बिहार में काम नहीं मिलने के कारण हम लोगों ने परदेस की राह पकड़ी थी। परदेस में रहते थे और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे थे, साल-दो साल में घर आते थे। यहां काम नहीं मिलने की मजबूरी में परिवार और बाल बच्चों से दूर रहते थे। लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मिलकर आत्मनिर्भर बिहार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बेहतर काम करना शुरू किया है।

यहां औद्योगिक विकास की संभावना को देखते हुए हम लोगों ने परदेस को अलविदा कह दिया। अब गांव में ही रहकर स्वरोजगार करेंगे, हम लोगों की टीम क्लस्टर बनाकर मोबाइल का बैक कवर, आकर्षक तरीके का बैक कवर बनाएंगे, जो बैक कवर स्थानीय स्तर पर बनने से ना केवल सस्ता होगा, बल्कि गुणवत्तापूर्ण ही होगा। अभी अपने बेगूसराय और बिहार का उभरता मोबाइल बाजार दिल्ली, कोलकाता के भरोसे हैं। लेकिन हम लोग औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना या प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से जुड़कर नए बिहार निर्माण की नई गाथा लिखेंगे।

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