बिहार चुनाव से पहले टुटा पार्टियों का महागठबंधन, मुकेश सहनी के समर्थकों ने लगाए तेजस्वी यादव मुर्दाबाद के नारे….

अभी-अभी एक बड़ी खबर सामने आई है। महागठबंधन से मुकेश सहनी ने अलग होने का एलान कर दिया है। महागठबंधन की संयुक्त पीसी में सीटों के एलान नहीं होने के बाद मुकेश सहनी ने यह बड़ा फैसला लिया है। मुकेश सहनी ने कहा है कि मेरे पीठ में खंजर भोंका गया है। होटल के बाहर वीआईपी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा जमकर हंगामा किया जा रहा है। पार्टी नाराज कार्यकर्ताओं द्वारा होटल में हंगामा किया जा रहा है। वहीं पीसी से मुकेश सहनी भी निकल गये है। बता दें इससे पहले मुकेश सहनी ने कहा था कि महागठबंधन को एकजुट रखने के लिए वे कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है। लेकिन जब सीटों के एलान में उनकी पार्टी का जिक्र नहीं किया गया तो वे नाराज हो गये। जिसके बाद उन्होंने भरे मंच से कहा कि मेरे पीठ में खंजर भोंका गया है। इसके बाद उन्होंने महागठबंधन से अलग होने का एलान कर दिया।

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं खास तौर से सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, सीताराम येचुरी का धन्यवाद कहना चाहूंगा कि हम लोगों ने बिहार की जनता के सामने एक सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्ष विकल्प दिया है। इन सभी नेताओं ने जिस तरह से मुझपर भरोसा रखा है मैं वादा करता हूं कि मैं सभी के वादे पर खरा उतरूंगा। बिहार की जनता बदहाल है, परेशान है, बेरोजगार है। बिहार की डबल ईंजन सरकार आईसीयू में है। ये लोग 15 साल में बिहार में एक कारखाना नहीं लगा पाए, बेरोजगारी नहीं दूर कर पाए। इन लोगों ने सिर्फ लोगों पर डंडे बरसाने का काम किया है। किसानों के शोषण करने का काम किया है, सही मायने में नीतीश कुमार ने यह काम 2006 में किया था। सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद भी रोजगार नहीं दे पाए। बिहार की जनता से इतना ही कहना चाहूंगा कि अगर मौका मिला तो बिहार की जनता के मान सम्मान की रक्षा करूंगा।

तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी धर्म जात के लोगों को साथ लेकर चलेंगे। तरक्की की राह पर चलेंगे। जो लोग 15 साल में रोजगार नहीं दे पाए उन्होंने लॉकडाउन में बेरोजगारों और लाचारों का अपमान किया। उनपर लाठी बरसाई। चिट्ठी जारी कर उनके घर आने पर पाबंदी लगा दी। हर चार घंटे में बिहार में एक रेप होता है, हर पांच घंटे में एक हत्या होती है। हम ठेठ बिहारी हैं, जो वादा करते हैं उसको पूरा करते हैं। मेरा डीएनए भी काफी शुद्ध है। जब पानी एक जगह जम जाता है उससे जो बीमारी फैलती है वही हालत मौजूदा सरकार की है। बिहार को नदी के बहते जल की तरह विकल्प चाहिए।

सीट बंटवारा-
आरजेडी: 144 (अपने कोटे की सीटों से वीआईपी और जेएमएम को सीटें देंगी)
कांग्रेस: 70 विधानसभा और वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट
सीपीएम: 4
सीपीआई: 6
सीपीआई, एमएल: 19
महा गठबंधन के संयुक्त पीसी में ही टूटा महागठबंधन । 25 सीटों की मांग के साथ वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने पीसी का किया बहिष्कार। नाराज होकर छोड़ा मंच मुकेश सहनी के समर्थकों ने लगाए तेजस्वी यादव मुर्दाबाद के नारे। बीच पीसी में होटल से बाहर चले गए मुकेश साहनी

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