आगरा : शव बदलने के लगे आरोप, जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही

आगरा। जिला प्रशासन का एक और कारनामा सामने आया है जिसने लापरवाही की हद पार कर दी है। covid- 19 यानि कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी को रोकने के लिए लगे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर शुरू से ही तमाम लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। एक बार फिर जिला प्रशासन आरोपों से घिर गया है।

ताजा मामला शाहगंज थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि शाहगंज थाना क्षेत्र के केदार नगर में रहने वाले एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। स्वास्थ विभाग के मुताबिक परिवार के सभी लोगों लोगों को फतेहाबाद में क्वॉरेंटाइन किया गया है। फिर शाहगंज से ही एक और मौत की जानकारी आई थी। यह शाहगंज थाना क्षेत्र के खवासपुरा का मामला है। इन दोनों मामलों को लेकर जिला प्रशासन की बड़ी चूक सामने आई है।

दरअसल शाहगंज थाना क्षेत्र में दो लोगों की मौत हुई थी जिसमें एक केदार नगर का था तो दूसरा खवासपुरा का। केदार नगर वाला व्यक्ति जो पॉजिटिव पाया गया था जिसके परिवार को फतेहाबाद में क्वॉरेंटाइन किया गया है। वहीं शाहगंज से खवासपुरा क्षेत्र में भी एक व्यक्ति की मौत हुई थी, ख़्वासपुरा वाला परिवार जब शव लेने पहुंचा तो जानकारी में आया कि शव वहां मौजूद नहीं है। वहीं केदार नगर के परिवार के लोगों को बिना शक्ल दिखाए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने शव का अंतिम संस्कार कराया, जबकि शव केदार नगर के परिवार का नहीं था।

यानि यह स्पष्ट हो गया कि जिला प्रशासन आगरा और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से केदारनागर वाले मृतक के बजाय खवासपुरा वाले मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मुस्लिम वर्ग से आने वाला यह परिवार अपने परिजन का शव लेने के लिए इधर-उधर चक्कर काटता रहा जबकि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से उस शव को विधि-विधान से दफनाने के बजाय आनन-फानन में अंतिम संस्कार कर दिया गया। जबकि परिवार द्वारा शव दफनाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी।

कोविद 19 के बढ़ते ग्राफ को रोकने के लिए 5 सदस्य टीम आगरा में डेरा डाले हुए हैं। लखनऊ से मिले इनपुट के मुताबिक बताया जा रहा है कि इस समय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से बेहद नाराज हैं जिसके लिए रिपोर्ट तैयार की जा रही है और आगरा आने वाली 5 सदस्य टीम मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को अपनी रिपोर्ट सौपेगी।

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