Aligarh: 20वीं सदी में हुई गलतियों को 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

अलीगढ़. अलीगढ़ (Aligarh) में जाट राजा महेंद्र प्रताप स्टेट यूनिवर्सिटी और डिफेन्स कॉरिडोर के शिलान्यास के बाद विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की आजादी दिलाने में ऐसे कई राष्ट्रनायक और राष्ट्रनायिकाएं का योगदान रहा जिसके बारे में कई पीढ़ियों को जानने और पढ़ने का मौका नहीं मिला. उनका देश से परिचय ही नहीं करवाया गया. आज आजादी के 75वें साल में 20वीं सदी में हुई इस गलती को आज 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है. प्रधानमंत्री ने राज महेंद्र प्रताप सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि आज युवाओं को उन्हें जरूर पढ़ना चाहिए। राजा महेंद्र प्रताप सिंह का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणादायक है.

अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  राधाष्टमी की शुभकामनाओं के साथ की. उन्होंने कहा कि आज इस अवसर पर मैं हमारे श्रद्धेय कल्याण सिंह जी की कमी बहुत हो रही है. वो होते तो अलग अनुभव होता. आज़ादी के आंदोलन में कई महान व्यक्तित्व ने सब कुछ खपा दिया, लेकिन देश का दुर्भाग्य रहा कि ऐसे राष्ट्रनायकों और राष्ट्रनायिकाओं को अगली पीढ़ी से परिचित ही नहीं करवाया गया. बीसवीं सदी की गलतीयों को आज 21वीं सदी का नया भारत सुधार रहा है. नई पीढ़ी को उन राष्ट्रनायकों को परिचित करवाकर नया प्रयास कर रहा है. आज आज़ादी के अमृत महोत्सव के माध्यम से इसे प्रयास किया जा रहा है.

की ये अपील
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के हर उस युवा को जो बड़े लक्ष्य पाना चाहता है, उसे राजा महेंद्र प्रताप सिंह के बारे में अवश्य जानना और पढ़ना चाहिए. राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी के माध्यम से कुछ भी कर गुजरने की जीवटता सीखने का अवसर मिलता है. उन्होंने सिर्फ भारत मे ही लोगों को प्रेरित ही नहीं किया बल्कि दुनिया के कोने कोने में गए. अफगानिस्तान, पोलैंड, दक्षिण अफ्रीका तक गए. अपने जीवन के अंतिम क्षण तक भारत को आज़ादी दिलाने के लिए लगातार सक्रिय रहे. मैं युवाओं से कहना चाहता हूं कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी को जरूर पढ़ें, उनका जीवन हम सब को आज भी प्रेरणा देता है. प्रधानमंत्री ने कहा, “आज मुझे देश के एक और स्वतंत्रता सेनानी गुजरात के श्यामजी कृष्ण वर्मा जी का स्मरण हो रहा है. उनके प्रयासों से ही हमे अफगानिस्तान में पहली निर्वासित सरकार बनाने का अवसर मिला और राजा महेंद्र प्रताप सिंह के ही नेतृत्व में मिला.”

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