कभी थे विधायक दल के नेता, अब अकेले रह गए हैं अजित पवार !

महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के एकमात्र चेहरे एनसीपी नेता अजित पवार का दावा फीका पड़ता नज़र आ रहा है। शनिवार सुबह एनसीपी के ज़्यादातर विधायकों का समर्थन बीजेपी के साथ होने का दावा कर उपमुख्यमंत्री की शपथ लेने वाले अजित पवार अकेले पड़ते दिखाई दे रहे हैं। शरद पवार ने कहा है कि एनसीपी ने बीजेपी को समर्थन नहीं दिया है। उन्होंने दावा किया कि अजित पवार का फैसला व्यक्तिगत है और उनके साथ 2-3 विधायक ही हैं।

शनिवार शाम को हुई एनसीपी बैठक में 40 से ज़्यादा विधायक मौजूद रहे। यानी एनसीपी के जिन विधायकों ने अजित पवार को समर्थन दिया था वो लौट आए हैं। इसके बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी का कहना है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त का मौका ना दिया जाए। साथ ही एनसीपी ने अपने साथ 144 से ज्यादा विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए कहा कि अजित पवार के साथ सिर्फ 2-3 विधायक हैं। यानी सिर्फ 3 ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने अभी भी अजित पवार का साथ नहीं छोड़ा है। ये तीन विधायक हैं :

दौलत दरोडा – शहापुर

नितिन पवार – सुरगाणा

अनिल पाटिल – अमलनेर

वहीँ बाकी सभी विधायकों की घरवापसी का दावा किया जा रहा है। इनमे से कई विधायक वे हैं, जो शनिवार सुबह अजित पवार के साथ मौजूद थे। ये हैं :

प्रकाश सोलंकी – माजलगांव

संजय बनसोडे – उदगीर

नरहरी झिरवल – दिंडोरी

बाबासाहेब पाटील – अहमदपुर

सुनील शेलके – मावल

संदीप क्षीरसागर – बीड

राजेंद्र शिंगणे – सिंदखेडराजा

सुनील भुसारा – विक्रमगड

माणिकराव कोकाटे – सिन्नर

सुनील टिंगरे – वडगाव शेरी

धनंजय मुंडे – परली

दिलीप बनकर – निफाड (ये बैठक में नहीं हैं। नासिक में है, इनका बेटा बीमार है)

गौरतलब है कि इस आंकड़े के साथ शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने देवेंद्र फडणवीस और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को कटघरे में खड़े करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका मानते हुए रविवार सुबह तकरीबन 12 बजे से सुनवाई शुरू कर दी है। सुनवाई के दौरान शिवसेना की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी खड़े हैं।

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