अब 20 अक्टूबर के बाद होगी मानसून की विदाई, इंदौर- ग्वालियर में बारिश के आसार

भोपाल। मध्य प्रदेश के मौसम में पल पल बदलाव देखने को मिल रहा है। इस वर्ष मानसून ने इंदौर में अपने तय समय 15 जून को दस्तक दी, लेकिन इसकी विदाई देरी से होगी। मौसम विभाग ने 5 अक्टूबर को मानसून की विदाई की संभावना जताई थी, लेकिन 10 दिन बीतने के बाद भी अभी तक इसके कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। विभाग का कहना है कि 20 अक्टूबर के बाद मानसून की विदाई होगी। 20 साल बाद ऐसा मौका आया है जब मानसून देरी से लौटेगा।

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अक्टूबर माह का दूसरा सप्ताह बीत जाने के बाद भी इस बार बंगाल की खाड़ी सामान्य से ज्यादा सक्रिय है। दक्षिण पश्चिम मानसून गुजरने के बाद दक्षिण भारत के तटीय इलाकों में उत्तर पूर्व मानसून की शुरुआत होती है। लेकिन इस बार उत्तर पूर्वी मानसून के असर से बारिश का वितरण दक्षिण पूर्वी इलाकों में न होकर दक्षिण मध्य क्षेत्र महाराष्ट्र, दक्षिणी मप्र, कर्नाटक व तेलंगाना में हो रहा है। ऐसे में इंदौर में इस बार मानसून की विदाई 20 अक्टूबर के बाद ही होने की संभावना है। 20 साल में इंदौर में यह पहला मौका होगा जब मानसून इतनी देरी से जाएगा। इस वर्ष इंदौर में मानसून आगमन से अब तक 48.1 इंच बारिश हुई है।

पूरे प्रदेश में एक साथ बारिश की स्थिति बन रही
मौसम विज्ञानी के मुताबिक इंदौर में मंगलवार को लोकल सिस्टम बनने के कारण बारिश हुई। वर्तमान में अवदाब दक्षिण महाराष्ट्र के ऊपर बना हुआ है। 16 अक्टूबर की सुबह यह अरब सागर में प्रवेश कर कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा और बाद में और अधिक शक्तिशाली होकर अवदाब में तब्दील होगा। इसके असर से 16 से 19 अक्टूबर के बीच दक्षिणी गुजरात से जुड़े इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर व भोपाल संभाग में गरज-चमक के साथ मध्यम वर्षा होने की संभावना है। यह पहला मौका होगा जब अक्टूबर माह में एक साथ पूरे प्रदेश में बारिश देखने को मिल सकती है।

ग्वालियर में आज बारिश के आसार
वहीं ग्वालियर में मौसम के मिजाज में फिर से गर्माहट आ गई है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। पांच दिन में छह डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। इस बढ़ोतरी की वजह से रात में गर्मी लौट आई। राहत के लिए एसी व कूलर चलाने पड़ रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में शहर में बादल छाने के आसार जताए हैं। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र आंध्र प्रदेश के पास पहुंच गया है। यह महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। इस सिस्टम की वजह से हवा में नमी की मात्रा बढ़ गई है। रात में बादल छाने लगे हैं। बादलों के चलते गर्मी बढ़ गई है। रात में जो ठंडक हो रही थी, वह कम हो गई। दिन में उमस का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार मौसम में और बदलाव आएगा। रात में गर्मी बढ़ सकती है।

फिलहाल ऐसा ही रहेगा मौसम, नवंबर में आएगी ठंड
बंगाल की खाड़ी में दो कम दबाव के क्षेत्र विकसित हुए हैं। पहला आंध्र प्रदेश से होते हुए महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। यह मुंबई के पास पहुंचने पर अति कम दबाव में बदल जाएगा, जिससे हवा में नमी बढ़ेगी। 16 से 20 अक्टूबर के बीच ग्वालियर में बूंदाबांदी के आसार बनेंगे।

20 अक्टूबर के बाद बादल छंट जाएंगे, लेकिन तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आएगी।
19 अक्टूबर को थाइलैंड के पास नया कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने के बाद आगे बढ़ेगा। आंध्र प्रदेश व ओडिशा तट पर टकराएगा। 22 अक्टूबर के बाद ग्वालियर में इसके असर से बादल छाएंगे, लेकिन बारिश नहीं कराएगा।

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