तरबूजों के नीचे छिपाकर लाया जा रहा था जो माल.. पुलिस के भी उड़ गए होश, जानिए यह शॉकिंग मामला

दिल्ली में ड्रग्स तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने 348 किलो गांजा जब्त कर अंतरराज्यीय नशा तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गांजा आंध्र प्रदेश से तरबूजों के नीचे छिपाकर ट्रक में लाया जा रहा था। पुलिस ने दो तस्करों को गिरफ्तार किया है।
नशा मुक्त भारत अभियान के तहत दिल्ली पुलिस की बड़ी कामयाबी
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के अधीन एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक बेहद अहम कार्रवाई की है। पुलिस ने 348.176 किलोग्राम गांजा जब्त किया है, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 1.75 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह गांजा आंध्र प्रदेश से दिल्ली की ओर आ रहा था।
तरबूजों के नीचे छिपाया गया था गांजा, ट्रक से हो रही थी तस्करी
डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस अपूर्वा गुप्ता के अनुसार, गांजा एक ट्रक में भरकर लाया जा रहा था, जिसके ऊपर तरबूज लदे थे। नशीले पदार्थ को छिपाने का यह तरीका बेहद शातिराना था, जिससे बच निकलने की पूरी कोशिश की गई थी। पुलिस को 20 मई 2025 को विशेष सूचना मिली थी कि एक ट्रक भारी मात्रा में गांजा लेकर दिल्ली के सोनिया विहार से होकर गुजरने वाला है।
पुलिस की सक्रियता से 21 मई की रात को ट्रक पकड़ा गया
सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच की एक विशेष टीम गठित की गई। 21 मई की रात करीब 2 बजे पुस्टा रोड, सोनिया विहार में ट्रक को रोका गया। तलाशी के दौरान पुलिस को तरबूजों के नीचे 17 प्लास्टिक बैग मिले, जिनमें संदिग्ध हरे पत्तेदार पदार्थ भरे हुए थे।
एफएसएल जांच में गांजा होने की पुष्टि
संशय की स्थिति में मौके पर फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) टीम को बुलाया गया। जांच के बाद पुष्टि हुई कि वह पदार्थ गांजा ही था। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रक में मौजूद दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
गाजियाबाद के लोनी से जुड़े हैं दोनों तस्कर
गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान इंतजार मलिक (31) और रिजवान (32) के रूप में हुई है। दोनों गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र के निवासी हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, इंतजार मलिक पिछले 4-5 वर्षों से गांजा तस्करी में लिप्त है और वह पहले भी आंध्र प्रदेश में NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार हो चुका है। वहीं रिजवान इस तस्करी में ट्रक ड्राइवर की भूमिका निभा रहा था।
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपित, नेटवर्क की जांच जारी
पुलिस ने दोनों तस्करों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अब पुलिस इस पूरे अंतरराज्यीय तस्करी नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है, ताकि गांजे के स्रोत, सप्लाई चेन और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा सके।