कार्तिक पूर्णिमा पर बिहार में डूबने का सिलसिला, दुखद मौतें

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बिहार में कई जिलों से डूबने से हुई मौत का आंकड़ा 12 पहुंच गया है | नवादा और नालंदा में 3-3 लोगों की मौत की सूचना है तो पटना के बाढ़ में 2 लोगों की मौत की खबर है | वहीं, मोतिहारी, छपरा, औरंगाबाद और सीतामढ़ी में एक-एक व्यक्ति की मौत की खबर है | जबकि अब तक इन हादसों में विभिन्न जगहों से कुल चार लोग लापता हैं |

आज सवेरे कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सीतामढ़ी के बैरगनिया में भी बड़ा हादसा हुआ है | यहां बागमती नदी में चार लोग डूब गए हैं जिनमें एक का शव बरामद किया गया है और एक व्यक्ति की जान बचा ली गई है जबकि दो अभी भी लापता हैं | एसडीआरएफ की टीम दोनों की तलाश में लगी हुई है |

बताया जा रहा है कि कार्तिक पूर्णिमा को लेकर मंगलवार को हजारों की तादाद में लोग यहां जमा थे, लेकिन प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम नहीं था | न तो पुलिस बल के जवान तैनात किए गए थे और न ही सुरक्षा और सतर्कता को लेकर कोई निर्देश जारी किया गया था | यही कारण था कि नहाने के दौरान अनजाने में चारों लोग गहरे पानी में चले गए |

बताया जा रहा है कि कार्तिक पृूर्णिमा को लेकर सीतामढ़ी के बैरगनिया के रहने वाले राहूल झा, पंकज मिश्रा, सुधांशु मिश्रा और प्रकाश झा नहाने के लिए बागमती नदी के पार चले गए थे | हालांकि पहले से वहां भीड़ थी, लेकिन गहरे पानी मे जाने की वजह से चारों तेज धार में बह गए |

चारों के डूबने की खबर से अचानक इलाके मे हंगामा हो गया | स्थानीय मल्लाह की मदद से दो लोगों ने जहां पंकज झा को सही सलामत निकाल लिया वहीं, प्रकाश झा की डूबने से मौत हो गई | अभी भी सुधांशु झा और राहूल झा लापता है | स्थानीय लोगों के हंगामे के बाद मौके पर तकरीबन घंटे बाद बैरगनिया के सीओ और बीडीओ पहुचे तो वहीं एसडीआरएफ की टीम को वहां पर बुलाया गया |

घटना की सूचना मिलते ही जिला मुख्यालय से डीएम ने एसडीओ और डीएसपी को भेजा गयाा बावजूद इसके लोगों मे प्रशासन की कार्यव्यवस्था को लेकर गहरा आक्रोश है |

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