तिहाड़ से बाहर आते ही चिदंबरम का मोदी सरकार पर हमला, कश्मीर से लेकर अर्थव्यवस्था तक बात की पर आईएनएक्स पर साधी चुप्पी

पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया केस में सुप्रीम कोर्ट से जमानत पाने के बाद गुरुवार को पहली बार मीडिया से रू-ब-रू हुए | कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए चिदंबरम ने अर्थव्यवस्था, प्याज की बढ़ती कीमतों और विपक्ष के नेताओं की गिरफ्तारी पर मोदी सरकार को जमकर घेरा | चिदंबरम ने कहा, ‘प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था पर असामान्य रूप से मौन रहे हैं | उन्होंने इसे अपने मंत्रियों के लिए छोड़ दिया है कि वे जनता को झांसा दें | अगर बीमारी की पहचान नहीं होगी तो इलाज भी गलत होगा | सही इलाज के लिए मर्ज़ की जानकारी होना बेहद जरूरी है |’ उन्होंने कहा, ‘अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार गलती पर गलती कर रही है, जिसे छिपाने के लिए ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं |’

कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए चिदंबरम ने कहा , ‘106 दिन के बाद आपसे बात करने में खुशी हो रही है | मुझे जब घर से गिरफ्तार किया गया, तो सबसे पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों की याद आई जिन्हें इस तरह रखा गया है |’ पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘अगर इस साल के आखिरी तक विकास दर 5 फीसदी पहुंचती है, तो हम भाग्यशाली होंगे | कृपया याद रखें कि डॉ. अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा था कि संदिग्ध कार्यप्रणाली के कारण इस सरकार के तहत 5% विकास दर वास्तव में 5% नहीं, बल्कि लगभग 1.5% से कम है |’

मौजूदा आर्थिक सुस्ती को चिदंबरम ने कहा कि यह मानव निर्मित त्रासदी है | यह पूछे जाने पर कि क्या चिदंबरम सरकार को अर्थव्यवस्था पर सलाह देंगे, इसपर चिदंबरम ने कहा- ‘पहले आप इसकी गारंटी दें कि क्या सरकार हमारी बात सुनेगी, अगर वह ऐसा करते हैं तो हम तैयार हैं |’

पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कश्मीर के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा | उन्होंने कहा, ‘जैसा कि मैंने कल रात 8 बजे आजादी की हवा निकाली और सांस ली, मेरा पहला विचार और प्रार्थना कश्मीर घाटी के 75 लाख लोगों के लिए थी, जिन्हें 4 अगस्त, 2019 से अपनी बुनियादी स्वतंत्रता से वंचित कर दिया गया है |’

उद्योगपति राहुल बजाज के मुद्दे पर भी चिदंबरम ने जवाब दिया | उन्होंने कहा कि ‘क्या आपको नहीं लगता कि डर का माहौल है? हर उद्योगपति कहता है कि बिना उनका नाम प्रकाशित किए कुछ लिखें |’

प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिदंबरम से Inx Media Case पर भी सवाल किया गया | इस पर उन्होंने कहा ‘मैंने अदालत में विचाराधीन मामलों पर कभी कोई टिप्पणी नहीं की और मैं इस सिद्धांत पर कायम रहूंगा |’ उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट का आदेश अपराध संबंधी कानून को लेकर हमारी समझ पर पड़ी धूल की परतों को साफ कर देगा |

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