“पटना से चंडीगढ़ जा रही ट्रेन में अचानक हिलने लगा बैग… जब खोला तो जो मिला, वो देख यात्री समेत पुलिस भी सन्न!

मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर एक सनसनीखेज दृश्य का खुलासा हुआ, जब पटना–चंडीगढ़ जा रही ट्रेन के AC‑2 कोच की यात्रा के दौरान एक बैग बार‑बार हिलता दिखा। जांच में पता चला कि बैग के अंदर एक नवजात बच्ची दबी थी। यह घटना न केवल यात्रियों को चौंका गई, बल्कि पूरे इलाके में हड़बड़ी मच गई।
घटना का विवरण और समय
यह घटना 12 जून 2025 को हुई। पटना से चंडीगढ़ जा रही «समर स्पेशल» ट्रेन के AC-2 कोच में जब बैग लगातार हिलता देखा गया, तो रेलवे स्टाफ और यात्रियों ने उसे स्टेशन—मुरादाबाद—पर उतरवाया। जब बैग खोला गया, तो उसमें एक नन्हीं बच्ची थी, जो बिलकुल ताजा नवजात लग रही थी।
कैसे पकड़ी गई बच्ची की हालत
बच्ची पूरी तरह से कपड़ों में लिपटी थी और संगीत की तरह सोई हुई पाई गई। कोई घायल या तनावग्रस्त नहीं थी। रेलवे कर्मचारियों ने बच्ची को तुरंत बचाया और चिकित्सा सहायता उपलब्ध करवाई। इलाके की एम्बुलेंस बुलाकर उसे नज़दीकी अस्पताल भर्ती करवाया गया।
जताई जा रही मानव तस्करी की आशंका
घटना ने मानव तस्करी और नवजात तिल-ताड़ का खौफ पैदा कर दिया है। रेलवे पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने आशंका जताई कि किसी ने मोहलत को देखते हुए बच्ची को ट्रेन में छुपाकर भेजा होगा। महिला बचपन और सुरक्षा के लिहाज़ से मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज़ कर दी गई है।
अब रेलवे और पुलिस मिलकर CCTV फुटेज और यात्रियों से पूछताछ शुरू कर चुकी है।
बच्ची की चिकित्सा देखभाल और स्वास्थ्य स्थिति
बच्ची को तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उसका स्वास्थ्य स्थिर बताया गया है। डॉक्टर्स के अनुसार, नवजात किसी तरह की बाहरी चोट या संक्रमण में नहीं थी। अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि ‘स्वास्थ्य परीक्षण से बच्चे की हालत सहेजने योग्य है और इसके आगे की देखभाल की जा रही है।’
अदालत और प्रशासन की भूमिका
स्थानीय डीआरएम और एसपी ने मिलकर मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच समिति का गठन किया है। समिति में पुलिस और रेलवे प्रशासन शामिल हैं, जो संदेहास्पद यात्रियों की पहचान, CCTV फुटेज जांच और गुमशुदा नवजात रिपोर्ट को क्रॉस‑चेक कर रही है।
इंसानियत की रही जीत
ट्रेन में छोड़े गए बैग ने भले ही एक बड़ी मानविय त्रासदी का सुराग दिया हो, लेकिन स्थानीय प्रशासन और यात्रियों की सतर्कता ने एक निर्दोष जीवन को बचा लिया। यह वारदात मानवधन के अश्लील व्यापार के विरुद्ध जागरूकता पैदा करती है और यह भी प्रमाणित करती है कि चाहे कितनी अंधेरी परिस्थिति क्यों न हो, इंसानियत की शक्ति कुछ भी कर सकती है।