पशुधन घोटालाः टेंडर दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा में फरार समीक्षा अधिकारी पर 25 हजार का इनाम

पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े के मामले में फरार समीक्षा अधिकारी उमेश मिश्र पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। विवेचक एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव ने अपनी रिपोर्ट डीसीपी मध्य सोमेन बर्मा को भेजी थी।

उमेश के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी है।  यही नहीं, एक अन्य आरोपित अमित मिश्र पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है।

आरोपित के घर पर कुर्की की नोटिस भी चस्पा की जा चुकी है। हालांकि अमित अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका है।

माना जा रहा है कि पुलिस अब अमित की संपत्ति की कुर्की करेगी। सूत्रों का कहना है कि आरोपित न्यायालय में आत्मसमर्पण की तैयारी में है।

वह जल्द ही निलंबित डीआइजी अरविंद सेन की तरह कोर्ट में सरेंडर कर सकता है। इसके अलावा विवेचना के दौरान एक अन्य आरोपित अरुण राय की भूमिका भी इस मामले में उजागर हुई है।

छानबीन में सामने आया है कि अरुण ही मुख्य आरोपित आशीष राय के रुपये निवेश करता था। आशीष ने अरुण को ठगी की कुछ रकम दी थी।

पुलिस अरुण की तलाश कर रही है। आरोपित के पकड़े जाने के बाद यह स्पष्ट होगा कि फर्जीवाड़े में उसकी क्या भूमिका रही है।

विवेचक ने जेल भेजे गए अरविंद सेन को पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पर लेने की अर्जी कोर्ट में दी है। इस अर्जी पर 30 जनवरी को सुनवाई होगी।

कोर्ट की तरफ से इजाजत मिलने पर आरोपित अरविंद सेन को पीसीआर पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

पुलिस ने आइपीएस की आवाज का नमूना लेने की अर्जी भी दी है। माना जा रहा है कि पीसीआर पर आइपीएस को लेकर पुलिस सीबीसीआइडी दफ्तर भी जा सकती है।

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